संस्कार की संपदा से मिलता है उपलब्धियों का दामन : साहित्यकार प्रोफेसर अजहर हाशमी
विद्यार्थी परिवार ने किया प्रोफ़ेसर हाशमी का अभिनंदन
रतलाम ,03 जनवरी (इ खबरटुडे)। सम्मान की तो लॉन्ग और इलायची बहुत है l मैं रतलाम की जनता कर ऋणी हूं जिन्होंने मुझे सम्मान दिया। मुझ पर की गई पीएचडी की उपलब्धि से मिलने वाला सम्मान में रतलाम की जनता को समर्पित करता हूं । मुझे झालावाड़ के देहात से राष्ट्रीय पहचान दिलाने में रतलाम के छात्र जगत और जनता का योगदान अविस्मरणीय रहा है। संस्कार की संपदा ,धैर्य का धन और पुरुषार्थ की पूंजी जिसके पास होती है व उपलब्धियों का दामन थाम लेता है ।
यह विचार प्रख्यात चिंतक एवं साहित्यकार प्रोफेसर अजहर हाशमी ने व्यक्त किए। प्रोफेसर हाशमी विद्यार्थी परिवार द्वारा रविवार को उनके निवास पर 3 विधाओं में उनके लिखे गीत, ग़ज़ल व व्यंग पर पीएचडी होने पर आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे ।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 सभी के लिए लाभ , स्वास्थ्य और सुकून के लिए शुभकारी रहे ।विद्यार्थी परिवार द्वारा 11 किलो का हार पहनाकर अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थी परिवार अध्यक्ष सतीश त्रिपाठी ,पत्रकार हेमंत भट्ट, कमल सिंह ,कमलेश पांडे ,विनोद संघवी, नीरज शुक्ला, डॉक्टर प्रवीणा दवेसर, डॉक्टर अनिला कवर , नंदिनी सक्सेना , सुरेखा नागर ,श्वेता नागर, अदिति दवेसर ,माधव सक्सेना ,ओमप्रकाश नागर, अनिल पांडया ,स्वदेश शर्मा , शलभ नगर आदि उपस्थित थे।