नाथ सम्प्रदाय के साधु-संत उज्जैन कलेक्टोरेट के आगे धुनी रमाकर करेंगे प्रदर्शन
ऋणमुक्तेश्वर की संपत्ति विवाद को लेकर संप्रदाय की आंदोलन की बड़ी तैयारी
उज्जैन,08 नवंबर (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)।नाथ संप्रदाय की उज्जैन स्थित ऋणमुक्तेश्वर मंदिर की संपत्ति को लेकर विवाद गहराने की स्थिति बन गई है। सम्प्रदाय के देशभर के सैकड़ों साधु-संत उज्जैन में जुटने वाले हैं। कब्जा करने वाले तथाकथित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर उज्जैन में कलेक्टोरेट के बाहर 21 धुनी रमाकर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं।
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर गादी के विवाद को लेकर नाथ संप्रदाय स्थानीय प्रमुख महंत रामनाथ महाराज ने कहा कि 500 से अधिक साधु संत शहर आकर धुनी लगाएंगे। नाथ संप्रदाय अपमान नहीं सहेगा।
उज्जैन में अखिल भारतीय नाथ सम्प्रदाय के मठाधीश एवं भर्तृहरि गुफा के योगी पीर महंत रामनाथ महाराज ने कहा कि ऋणमुक्तेश्वर की सम्पत्ति निजी नहीं है, बल्कि नाथ सम्प्रदाय की है। और इसकी सुरक्षा करना मेरे सहित सम्प्रदाय के समस्त संत-महंतों की है। नाथ सम्प्रदाय के ऋणमुक्तेश्वर के महंत गुलाबनाथ के निधन के बाद से उनसे जुड़े कई तथाकथित लोग यहां अपना कब्जा जमाने के उद्देश्य से लगातार प्रशासन को भ्रमित कर अपना अधिकार होना बता रहे हैं। नाथ सम्प्रदाय अपने नियम-कानून के अनुसार यहां चादर विधि कर उज्जैन व सम्प्रदाय के अनेकों साधु-संतों की मौजूदगी में नए महंत के रूप में महावीरनाथ की नियुक्ति कर चुका है। इसके बावजूद ऋणमुक्तेश्वर की संपत्ति पर कुछ लोग कब्जा करने की कोशिश में है।
मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इसे लेकर नाथ सम्प्रदाय कानून की मर्यादा का सम्मान करते हुए कोई कदम नहीं उठा रहा। इसके विपरित कब्जाधारी नहीं मान रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने नदी के बीच बच्चों के साथ खड़े होकर सत्याग्रह के नाम पर नोटंकी की थी। नाथ सम्प्रदाय के मुख्यालय गौरखपुर से लगातार साधु-संत ऋणमुक्तेश्वर के मामले को लेकर नजर रखे हुए है और जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। हाल ही में हुई सम्प्रदाय की बैठक में सभी साधु-संतों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि शीघ्र ही वे उज्जैन में एकत्रित होंगे। इसमें उत्तरप्रदेश, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान व मप्र के सैकड़ों साधु-संत यहां कलेक्ट्रोरेट में एकत्रित होकर ऋणमुक्तेश्वर की संपत्ति की सुरक्षा व कब्जे का प्रयास करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर धुनी रमाएंगे व धरना, प्रदर्शन करेंगे। योगी पीर महंत श्री रामनाथ महाराज ने यह भी कहा कि सम्प्रदाय की जगह पर किसे महंत बनाकर बैठाना है यह कार्य शासन-प्रशासन का नहीं सम्प्रदाय व उनके अधिकृत साधु-संतों का है।
प्रशासन की जिम्मेदारी केवल सही व्यवस्था बनाना और पुलिस की जिम्मेदारी सुरक्षा करना है। महाराज ने यह भी बताया कि ऋणमुक्तेश्वर की संपत्ति पर प्रहलाद नाम का जो व्यक्ति कब्जा करने की कोशिश कर रहा है उसका नाथ सम्प्रदाय से कोई लेना देना ही नहीं है। असल में वह जिला नागौर राजस्थान का रहने वाला है। और उनका मूल कार्य सारंगी वादन करना है। पिछले 8-9 वर्ष पूर्व वह गुलाबनाथ के संपर्क में आया था और तभी से उसकी नजर यहां की संपत्ति पर है। ऋणमुक्तेश्वर पर भी वह फूल-प्रसाद की दुकान लगाता था। शासन-प्रशासन से मांग है वह कब्जाधारियों पर कार्रवाई कर सम्प्रदाय की संपत्ति की सुरक्षा में सहयोग करें।