पुलिस को मिली बडी सफलता,नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश,भारी मात्रा में नकली शराब,शराब बनाने के उपकरण और वाहन जब्त (देखें लाइव विडीयो)
रतलाम,20 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। उज्जैन में नकली शराब से कई लोगों की जान जाने के बाद रतलाम में नकली और अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में मंगलवार को पुलिस को बडी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने बिलपांक थाना क्षेत्र के ग्र्राम झर के एक मकान में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया।
पुलिस को यहां भारी मात्रा में नकली शराब,शराब बनाने के उपकरण,वाहन,आबकारी विभाग द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले हजारों ढक्कन और लेबल भी मिले। इस मामले में फिलहाल फैक्ट्री चलाने वाले सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है,जबकि एक आरोपी मौके से फरार हो गया है। पूरे मामले की विस्तृत जानकारी पुलिस द्वारा प्रेस कान्फ्रेन्स में दी जाने की बात कही जा रही है।
इ खबरटुडे को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पुलिस थाना नामली द्वारा दो दिन पूर्व अवैध शराब के मामले में गिरफ्तार आरोपी लोकेन्द्र सिंह ने पूछताछ के दौरान यह जानकारी दी थी कि अवैध शराब उसने ग्र्राम संदला निवासी विकास पाटीदार से ली थी।
विकास पाटीदार को खोजने गए पुलिस दल को एक आल्टो गाडी मेंविकास पाटीदार और रुपसिंह जाते हुए दिखाई दिए। इन्हे घेराबन्दी कर पकडा गया,तो रुप सिंह मौके से फरार हो गया। पुलिस को अल्टो गाडी में से 10 पेटी देशी प्लेन शराब तथा एक पेटी अंग्र्रेजी एमडी व्हिस्की बरामद हुई। इस माल को जब्ती में लेकर जब पुलिस ने विकास पाटीदार से पूछताछ की तो उसने बताया कि यह माल उसने ग्र्राम झर निवासी गïट्टू सिंह से ली है। सूचना के आधार पर पुलिस दल ने बिलपांक थानान्तर्गत ग्र्राम झर में गïट्टू सिंह उर्फ देशपाल सिंह के घर पर छापा मारा। पुलिस को गïट्टूसिंह के एक पुराने मकान मेंनकली शराब बनाने की पूरी फैक्ट्री मिल गई।
पुलिस को यहां मौजूद एक कुएं में छुपा कर रखी गई 16 पेटी प्लेन देशी शराब तथा एक पेटी देशी मसाला शराब तो मिली ही,बडी मात्रा में नकली शराब तैयार करने के तमाम उपकरण भी मिले। पुलिस को यहां से शराब पैक करने के 23 हजार क्वार्टर,आबकारी विभाग द्वारा उपयोग में लाए जाने वाले ढक्कन और लेबल भी मिले। इतना ही नहीं इसके अलावा दो दो सौ लीटर के खाली ड्रम,साढे सात सौ लीटर की बडी टंकी,इत्यादि भी यहां से बरामद हुए जिनमें स्प्रिट की गंध आ रही थी। शराब बनाने के काम मेंआने वाले पानी के लिए आरोपियों द्वारा बाकायदा पानी की केन उपयोग में लाई जा रही थी। पुलिस को यहां से पानी की 35 केन(कैम्पर) मिली,जिसमें से चार कैम्पर मेंफैक्ट्री में बनाई नकली शराब भरी हुई थी,जबकि एक कैम्पर में शराब बनाने के काम आने वाला दस लीटर स्प्रिट भरा हुआ था। इसके अलावा यूरिया के तीस कïट्टे भी यहां पाए गए। शराब की फैक्ट्र्ी में शराब के क्वार्टर पैक करने की मशीन,पानी की मोटर भी यहां पाई गई। नकली शराब बनाने के बाद उसके परिवहन के लिए ट्रेक्टर और मोटर साइकिलों का उपयोग किया जाता था। पुलिस ने यहां एक ट्रेक्टर ट्रा्ली व तीन बिना नम्बर की मोटर साइकिल भी जब्त की।
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक, शराब बनाने की यह फैक्ट्री गïट्टू सिंह अपने लडके लालजी उर्फ जसवन्त सिंह तथा शक्ति सिंह के साथ मिल कर चला रहा था।
घटनास्थल चूंकि बिलपांक थाना क्षेत्र में आता है,इसलिए नामली पुलिस के छापे के बाद जब्ती और गिरफ्तारी की सारी कार्यवाही बिलपांक पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस ने कार्यवाही के दौरान आबकारी विभाग के अधिकारियों को भी यहां बुला लिया था। वैसे यह सवाल पूछा जा रहा है कि नकली शराब बनाने की इतनी बडी फैक्ट्री धडल्ले से संचालित की जा रही थी,लेकिन आबकारी विभाग को इसकी जानकारी तक नहींथी। यदि नकली शराब की यह फैक्ट्री पुलिस द्वारा नहीं पकडी जाती तो रतलाम में भी उज्जैन जैसी घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता था।