आइफा अवॉर्ड के नाम पर कमल नाथ ने वसूला चंदा, सरकार करवा रही है जांच: वीडी शर्मा
इंदौर ,16 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। कमल नाथ तो झोला लेकर आए थे, गरीबों का खून चूसकर उद्योगपति बन गए। मुख्यमंत्री बनें तो आइफा अवॉर्ड के नाम पर उद्योगपतियों से वसूूली कीं। वो चंदा कहा गया? शिवराज सरकार अब इसकी जांच करवा रही है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर हमला करते हुए ये आरोप लगाए। शर्मा ने यह भी कह दिया कि देश में आपातकाल लागू करवाने वाले प्रमुख रणनीतिकार कमल नाथ ही थे। उनके रहते उनकी पार्टी में ही आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो गया है।
सांवेर में भाजपा के उम्मीदवार तुलसी सिलावट के साथ शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि कमल नाथ हम सभी को भूखे-नंगे लोग कहते हैं। उन्हें अपने उद्योगपति होने का दंभ है। उनका यह दंभ तोड़ने में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ सिलावट ने अहम भूमिका निभाई।
शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि कमल नाथ सरकार ने केंद्र से आया प्रधानमंत्री आवास का 2.43 हजार करोड़ का फंड लौटा दिया। उन्हें गरीबों के घर बनवाने की बजाय आइफा अवॉर्ड करवाने की चिंता थी।
शर्मा ने कमल नाथ को चुनौती देने वाले अंदाज में कहा कि कहां है, दिग्विजयसिंह जो पीछे से सरकार चला रहे थे। लाओ न उन्हें मैदान में। कांग्रेस नेता गोविंद सिंह और उमंग सिंघार का नाम लेते हुए उन्होंने कहा-‘कांग्रेस के ही नेता कह रहे हैं कि सरकार के निर्णय पीछे से कोई ओर लेता था।
सिंधिया का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में दसवें नंबर पर रखे जाने के सवाल का जवाब देते हुए शर्मा ने कहा कि भाजपा एक व्यवस्था से चलती है। बीते चुनाव में जब मैं महामंत्री था तो मेरा नाम सबसे आखिरी में था। उन्होंने कहा कि विरोध से घबराकर सिंधिया के अकेले जनसभा या प्रचार नहीं करने की बात गलत है। वे जल्द दी सांवेर में भी सभा लेने आएंगे।