वित्तीय वर्ष 2020-21 में रतलाम विकास प्राधिकरण को रुपए 20.64 लाख की बचत का अनुमान, नवीन योजनाओं हेतु विशेष प्रावधान
रतलाम,26 सितंबर(इ खबर टुडे )। जिला कलेक्टर एवं रतलाम विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष गोपालचंद्र डाड की अध्यक्षता में आयोजित प्राधिकरण संचालक मंडल की बैठक में वित्तीय वर्ष 2020- 21 के बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
बैठक में प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं एडीएम श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम अभिषेक गहलोत, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया, सहायक संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश गोरेलाल वर्मा सहित प्राधिकरण संचालक मंडल के सदस्यगण उपस्थित थे।
प्राधिकरण को विविध मदों से रुपए 2421.8 5 लाख की आय तथा योजनागत मदो पर रुपए 2401.21 लाख के व्यय का अनुमान है। प्राधिकरण अध्यक्ष श्री डाड के निर्देश पर चालू वित्तीय वर्ष में नवीन योजनाएं क्रियान्वित किए जाने हेतु बजट प्रस्तावों में विशेष प्रावधान किया गया है।
ज्ञातव्य है कि जेम्स एंड ज्वैलरी पार्क तथा यातायात नगर आदि प्राधिकरण की महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं जिनके विकास हेतु कार्यवाही प्रगति पर है। यातायात नगर योजना के क्रियान्वयन हेतु ग्राम सालाखेड़ी स्थित सर्वे क्रमांक 61/1, 62/2, 58 एवं 56 /1, कुल रकबा 2.93 हेक्टेयर भूमि प्राधिकरण के हित में जिला प्रशासन द्वारा आरक्षित की जा चुकी है, जिसके पुनर्मूल्यांकन का प्रस्ताव जिला प्रशासन के विचाराधीन है। श्री डाड ने शीघ्र उन प्रस्तावों को अंतिम रूप देने तथा योजना की रूपरेखा तैयार किए जाने के निर्देश दिए। इसी के साथ इस महत्वाकांक्षी योजना के धरातल पर आकार लेने की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है ।
बैठक में प्राधिकरण की अविक्रीत संपत्ति के विक्रय हेतु प्रयासों में भी तेजी लाने के उन्होंने निर्देश दिए जिसमें प्राधिकरण की श्री परशुराम विहार आवास योजना के अनारक्षित 10 तथा माही विहार योजना का एक भूखंड शामिल है। संचालक मंडल के निर्णय उपरांत अब शीघ्र इन संपत्तियों के विक्रय हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे।
कलेक्टर श्री डाड ने बैठक के पश्चात प्राधिकरण की श्री परशुराम बिहार, माही विहार, योगी विहार तथा मां कालिका विहार योजनाओं का सघन दौरा किया। श्री परशुराम विहार योजना में उन्होंने वाणिज्यिक भूखंड को मुख्य मार्ग पर चिन्हित करने तथा योजना के मध्य सुव्यवस्थित उद्यान विकसित करने के भी निर्देश दिए।
अपने दौरे के दौरान वे माही विहार के निकट स्थित रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित वृद्धाश्रम भी गए तथा वहां रह रहे वृद्धों की कुशलक्षेम जानी एवं व्यवस्था सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिए।