दबंग ने श्मशान पर ताला लगाकर दलित का अंतिम संस्कार रोका,पुलिस ने मृतक के रिश्तेदार की शिकायत पर दर्ज किया प्रकरण
उज्जैन,27 अगस्त (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार)। जिले की महिदपुर तहसील मुख्यालय पर गांव के दबंग ने कोविड के संदिग्ध दलित के अंतिम संस्कार को रोके जाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। आरोप है कि श्मशान घाट के गेट पर ताला लगा दिया गया। इससे मृतक के परिजनों,रिश्तेदारों को 4 किलो मीटर दूर जाकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 294,506 एवं अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
महिदपुर थाना प्रभारी शंकरसिंह चौहान के अनुसार जमालपुरा निवासी जगदीश पिता पन्नालाल 40 साल की मौत बुधवार को अमलतास अस्पताल देवास में हुई थी।उनका शव एम्बुलेंस से महिदपुर लाया गया था। परिजन एवं रिश्तेदार शव लेकर सत्या शमशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचे थे। वहां शमशान की व्यवस्था देखने वाले प्रकाश पिता प्रेमचंन्द दुबे निवासी घाटी मोहल्ला ने शमशान के ताले लगाकर शवयात्रा को बाहर ही रोक दिया। इस दौरान प्रकाश दुबे ने दलित परिवार को गालियां देकर वहां से भगा दिया। प्रकाश दुबे ने शमशान घाट के दोनों दरवाजों पर ताले लगा दिए थे।यहां हंगामा भी हुआ। इस घटनाक्रम के बाद परिजनों ने 4 किलो मीटर दूर शिप्रा किनारे के श्मसान पर ले जाकर जगदीश का अंतिम संस्कार किया। इसकी शिकायत मृतक के काका मोहनलाल ने पुलिस को की। पुलिस ने प्रकाश दुबे के खिलाफ धारा 294, 506 3(2)वीए 3(1) द ध अजाक के तहत प्रकरण दर्ज किया है। इसके बाद मृतक के परिजन और आरोपी पक्ष के बीच मामला शांत हुआ। पुलिस के अनुसार मृतक के पुत्र ने बताया कि 20 अगस्त को उसके पिता जमालपुरा टोडी निवासी जगदीश पिता पन्नालाल 40 साल को सर्दी-खांसी की बीमारी होने के बाद उज्जैन में 20 अगस्त को भर्ती किया गया था। डॉक्टर ने उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुए कोरोना की जांच भी करवाई थी। माधवनगर अस्पताल से उसे अमलतास देवास भेजा गया था जहां जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद 26 अगस्त को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। परिवार के लोग शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए बुधवार शाम को शमशान घाट लेकर पहुंचे थे।
–पुलिस को परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में मृतक पाजिटिव आने के चलते दुबे ने विरोध किया।मृतक के काका की शिकायत पर पुलिस ने अजाक्स में प्रकरण दर्ज किया है। जांच कर रहे हैं।
-अमरेंद्रसिंह,एएसपी, उज्जैन