पुलिस के लिये सवारी में भीड़ के साथ ‘तोप का तनाव’
बाबा महाकाल की सवारी एवं मस्जिद की तोप छोड़ने का समय एक, दो सवारी में हुई आपाधापी
उज्जैन,23 जुलाई (इ खबर टुडे )। पुलिस के लिये बाबा श्री महाकालेश्वर की सवारी में भीड़ प्रबंधन बड़ा मुद्दा है। इसके साथ ही पिछली 2 सवारी को लेकर एक और मुद्दे पर पुलिस के माथे पर सिलवटें आई हैं। मुद्दा है बाबा की सवारी की वापसी के दौरान तोप वाली मस्जिद से छूटने वाली तोप का। सवारी के यहां पहुंचने के दौरान ही तोप के छूटने का समय है। ऐसे में कोई दुर्घटना न हो इसे लेकर पुलिस का टेंशन बढ़ गया है। बाबा श्री महाकालेश्वर की सवारी सावन-भादौ मास में अपरान्ह 4 बजे मंदिर से निकलती है। सामान्य सवारियां अपने निर्धारित मार्ग से होती हुई वापसी में 7 से सवा 7 बजे के बीच महाकाल घाटी से मंदिर की ओर प्रस्थान करती है। रमजान होने से इसी मार्ग पर स्थित तोप वाली मस्जिद में प्रतिदिन रोजा इफ्तारी के लिये तोप छोड़ी जाती है। तोप छोड़ने का समय भी इसी दरमियान आता है।
क्यों बढ़ा तनाव?
पुलिस को फीडबेक देने वाली एजेंसियों ने 14 जुलाई को निकली सवारी के दौरान हुई आपाधापी को लेकर सूचना दी थी। इस सूचना में बताया गया था कि सवारी जब मस्जिद के ठीक सामने से निकल रही थी, उसी दरमियान रोजा इफ्तारी के लिये तोप छोड़ी गई। तोप छोड़ने के दरमियान कुछ नवयुवकों ने दौड़ लगाई। इससे सवारी में आपाधापी की स्थिति बन गई थी।
उठाये एहतियाती कदम
एजेंसी के फीडबेक पर एहतियाती कदम उठाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां 21 जुलाई की सवारी में बेरिकेट्स लगाते हुए अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी थी। यहां एक बार फिर से वही स्थिति बनी थी सवारी सामने आई और तोप छूटने का समय हुआ। सूत्र बता रहे हैं कि इस दरमियान अधिकारी और कुछ नवयुवकों में वार्तालाप भी हुआ है। जिसे लेकर एजेंसी फीडबेक में लगी हुई है।
28 को रमजान का अंतिम सोमवार
28 जुलाई को बाबा महाकालेश्वर की तीसरी सवारी रहेगी। इस सवारी में श्रध्दालुओं की और अधिक भीड़ उमड़ेगी। यह सोमवार रमजान का अंतिम सोमवार रहेगा। इसके अगले या दूसरे दिन ईद की खुशियां गुलजार होंगी। बाबा महाकालेश्वर की इस सवारी के समय और तोप छूटने के समय में समरुपता रहेगी। ऐसे में कोई अनहोनी न हो जाये, उसे लेकर पुलिस विभाग का तनाव बढ़ा हुआ है।