मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उद्योगपतियों और राजदूतों से मुलाकात
औद्योगीकरण और निवेश पर विस्तार से चर्चा
नई दिल्ली,19 जुलाई (इ खबरटुडे)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रदेश में औद्योगीकरण को गति देने की दिशा में उद्योगपतियों, विभिन्न राष्ट्र के राजदूतों, केन्द्रीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं निवेशकों से पृथक-पृथक मुलाकात की। उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया तथा मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा इस अवसर पर उनके साथ थे। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2014 में इन्दौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हिन्दुस्तान पावर प्रोजेक्ट प्रा.लि. के अध्यक्ष रातुल पुरी, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उपाध्यक्ष विक्रम किर्लोस्कर, डालमिया सीमेन्ट के प्रबंध संचालक पुनीत डालमिया, फोर्टिस हेल्थ केयर के कार्यकारी अध्यक्ष मालविंदर सिंह, भीलवाड़ा ग्रुप के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक श्री झुनझुनवाला, आर.जे. कार्पोरेशन के अध्यक्ष रवि जयपुरिया और आई टी सी लि. के अध्यक्ष वाई.सी. देवेश्वर से अलग-अलग मुलाकात कर विभिन्न क्षेत्र में निवेश की सम्भावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने सभी उद्योगपतियों को प्रदेश में निवेश करने का न्यौता दिया।
मुलाकात के बाद श्री चौहान ने बताया कि सन् 2018 तक मध्यप्रदेश को उन्नत और प्रगतिशील राज्य बनाना है। इसी सपने को मूर्तरूप देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार संकल्पित है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में औद्योगीकरण की अपार संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में विगत तीन वर्ष में लगातार 20 प्रतिशत की दर से कृषि उत्पादन में वृद्धि की है। अब हमें उद्योगों का जाल बिछाना है इससे प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ताप विद्युत गृह लगाये गये हैं, जिससे प्रदेश ऊर्जा के क्षेत्र में न केवल स्वावलंबी होगा बल्कि देश के अन्य राज्यों को भी ऊर्जा दे सकेगा।
श्री चौहान ने बताया कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने में कई उद्योगपतियों ने गहरी रुचि दिखायी है। साथ ही सीमेन्ट, टेक्सटाइल यूनिट, ऑटोमोबाइल सेक्टर, खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में भी निवेश के लिए कई उद्योगपतियों ने इच्छा जतलायी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ उद्यमियों ने प्रदेश में शिक्षा की उन्नति के लिये विश्वविद्यालय खोलने की भी इच्छा व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने निवेश आमंत्रण के क्रम में आस्ट्रेलिया, मेक्सिको, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, इंडोनेशिया, कोरिया तथा मलेशिया और न्यूजीलेण्ड हाई कमीशन के राजदूतों से भी अलग-अलग बात कर प्रदेश में निवेश आमंत्रित किया।
इस अवसर पर केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के उद्योग सचिव सहित विभिन्न विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।