सहकारी आन्दोलन में आई विसंगतियों के कारण अमीरी-गरीबी की खाई बढ़ी : श्री भूरिया
सहकार भारती का दो दिवसीय सम्मेलन सम्पन्न
रतलाम ,13 जुलाई (इ खबरटुडे)। राष्ट्रीय सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष, सांसद दिलीपसिंह भूरिया ने यहां कहा कि सहकारी आन्दोलन विचारधारा वाला आन्दोलन है। लेकिन इसमें आई विसंगतियों के कारण अमीरी और गरीबी की खाई बंढ़ी है। इस खाई को पाटने के लिए एक नया वैचारिक आन्दोलन खड़ा करना होगा। रतलाम में यह सम्मेलन हुआ है, इससे निश्चित ही आन्दोलन को गति मिलेगी, जिसे कोई भी रोकने की ताकत नहीं रख पाएगा। श्री भूरिया ने यह बात सहकार भारती के समापन सत्र में संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शहरी साख संस्थाओं को मजबूत करने की आज सबसे बड़ी आवश्यकता है, ताकि समाज के दुर्बल और गरीब वर्गों को साहूकारों से मुक्त रखा जा सके। देश में सहकारिता के क्षेत्र में काफी कुछ करने की आवश्यकता है। सहकार भारती इस दिशा में जो भी कार्य कर रही है, निश्चित ही यह सराहनीय है। इससे देश को नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि संयुक्त परिवार की परिकल्पना ही सहकारिता का मूल आधार रही है जो अनादिकाल से चली आ रही है। जहां संयुक्त परिवार बिखरे, वह परिवार कमजोर हुए हैं। हमें पुन: सहकारिता को मजबूत करने के लिए संयुक्त परिवार की एकजुटता पर बल देना होगा। उन्होंने कहा कि खेती में सहकारिता को यदि महत्व दिया जाता तो आज सहकारिता आन्दोलन की स्थिति ही कुछ और होती। कांग्रेस के जमाने में सहकारी संस्थाओं को चारागाह बना दिया गया था। सहकारी बैंकों, उपभोक्ता भण्डारों को स्वयं की आय का माध्यम बना दिया गया जिससे सहकारी संस्थाएं चौपट हो गई। जबकि प्रारम्भ में सहकारी संस्थाओं की स्थापना ही जनकल्याण के लिए की गई थी। बाद में यह अपने उद्देश्यों से भटक गई। आपने कहा कि सहकार भारती ने जो स्वरुप दिया है, इससे सहकारी आन्दोलन को गति मिलेगी और देश में सहकारिता आन्दोलन और मजबूत और संस्कारित होगा।
सहकार भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री विजय देवांगन ने कहा कि सहकारिता हिन्दुस्तान में अच्छे दिन लाएगी। हाल में जो परिवर्तन हुआ है, उससे सहकारिता को आगे बढ़ने का अच्छा अवसर मिलेगा। सहकारिता के माध्यम से ही हम सुई से लगाकर हवाई जहाज तक बना सकते हैं। इस अधिवेशन में जो निर्णय लिए गए हैं, उसे जीवन में अपनाएं। संस्कार और संकल्प लेकर एक अच्छा वातावरण तैयार करें ताकि हम अपने उद्देश्यों में सफल हो सकें। उन्होंनें राष्ट्रीय एवं प्रांतीय स्तर पर आयोजित होने वाले भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा भी प्रस्तुत की तथा वित्त मंत्री को दिए गए दस सूत्रीय पत्र की चर्चा भी की, जिसमें भूमि विकास बैंकों को बंद होने से रोकने तथा उसके उध्दार के लिए समिति बनाने का भी आग्रह किया गया है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री जीतू भाई व्यास, विष्णुजी गोबडे, प्रांतीय अध्यक्ष शिवनारायण पाटीदार, राष्ट्रीय महिला संयोजिका विजया ताई भुसारी, सहसंयोजिका हरजीतकौर, म.प्र. सहकारी भूमि विकास बैंक अध्यक्ष किशनसिंह भटोल, इंदलसिंह सेंगर, भरत चतुर्वेदी, रमेश मालवीय, राजीव जैन, महापौर शैलेन्द्र डागा सहित अनेक राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारी उपस्थित थे। स्वागत भाषण मालवा प्रांत के अध्यक्ष रामचन्द्र गोयल ने दिया। श्री गोयल, मीडिया प्रभारी शरद जोशी, कोषाध्यक्ष सुभाष मण्डवारिया, जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा, महामंत्री रमेश बदलानी, नगर अध्यक्ष सुनील पोरवाल, डॉ. दिनेश पोरवाल, गोवर्धन सेन, छोगालाल पाटीदार, प्रकाश सेठिया, शबाना खान, सहित अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का शॉल, श्रीफल से अभिनन्दन किया।
निर्वाचन सम्पन्न – मीडिया प्रभारी शरद जोशी ने बताया कि म.प्र. इकाई के निर्वाचन भी सम्पन्न हुए जिसमें शाजापुर के शिवनारायण पाटीदार प्रदेश अध्यक्ष तथा अशोक नगर के राजीव जैन महामंत्री बनाए गए।