नीमच में दूसरे दिन भी आ धमका टिड्डी दल, सायरन, ढोल बजाए, आतिशबाजी की
नीमच,15जून (इ खबरटुडे)।जिले में रविवार के बाद सोमवार को भी टिड्डी दल सक्रिय रहा। दोपहर बाद जिला मुख्यालय में टिड्डियों की भरमार नजर आई। लोगों ने बर्तन, ढोल और आतिशबाजी से इन्हें भगाने की कोशिश की। पुलिस थानों ने अलर्ट मोड पर सायरन बजाए।
अठाना क्षेत्र में टिड्डी दल देखा गया। सुखानंद के पास आसनदरिया नाथ मठ क्षेत्र में पपीता, खरबूजा, तरबूज और अमरूद सहित हरी सब्जियों को नुकसान पहुंचने की खबर है। कृषि विभाग के अनुसार टिड्डियों का दूसरा झुंड मोरवन क्षेत्र में दिखाई दिया। शाम तक वह जीरन क्षेत्र में पहुंच गया।
रविवार को टिड्डी दल तारापुर, माइंस क्षेत्र होकर जावद और नयागांव पहुंचा था। बीस दिन पहले भी लगभग 6 टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचा चुके हैं। राजस्थान तरफ से दल जिले में प्रवेश करते हैं। कीटनाशक छिड़का ढोढर (रतलाम)। गांव चिकलाना में टिड्डियों का झुंड देखकर ग्रामीणों ने थाली, ढोल और ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाकर उन्हें भगाया।
कुछ जगह कीटनाशक का छिड़काव करने से टिड्डियां गांव में नहीं उतर पाईं। गांव जड़वासा में भी टिड्डी दल के आने की सूचना थी, लेकिन किसानों ने खेतों पर पहुंचकर शोर मचाया, जिससे टिड्डियां उड़ गईं। मंदसौर में तीन दल आए मंदसौर में राजस्थान से नीमच होते हुए टिड्डियों के तीन दल पहुंचे। दोपहर में गुजरदा, बुगलिया, रेवासदेवड़ा आदि गांवों में दल की आमद हुई।
टिड्डियों को फसलों पर बैठने से रोकने के लिए प्रशासनिक अमला और कि सान जुट गए। किसानों ने खेतों में बर्तन बजाकर, आतिशबाजी कर टिड्डियों को उड़ाया। जहां-जहां टिड्डियां बैठीं, वहां पौधों को चट कर दिया। शाम को एक टिड्डी दल पिपलियामंडी में दिखाई दिया। जिले में 19 मई को भी टिड्डी दल आया था। तब तीन दिन तक दल सक्रिय रहा था।