सोयाबीन,गेहूँ व मिर्च फसलों के ऋणमान में बढ़ोतरी
तकनीकी समूह की बैठक में हुआ फैसला
रतलाम 23 जून(इ खबरटुडे) । कलेक्टर डॉ. संजय गोयल की अध्यक्षता में आज यहां सम्पन्न हुई तकनीकी समूह की बैठक में विचार-विमर्श के बाद जिले के किसानों के लिए जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक एवं अन्य वाणिज्यिक बैंकों द्वारा वर्ष 2014-2015 में वितरित किये जाने वाले अल्पकालीन ऋणों की अदायगी क्षमता प्रति हेक्टेयर के मान से निर्धारित कर ऋणमान की स्वीकृति दी गई। जिले में उत्पादित होने वाली फसलों के प्रति हेक्टेयर उत्पादन एवं लागत व्यय के आधार पर ऋण्ा सीमा का निर्धारण किया गया।
तकनीकी समूह ने विशेष रूप से जिले में सर्वाधिक उत्पादन वाली फसलों सोयाबीन, गेहूं और मिर्च के ऋणमानों में वृध्दि की। इससे जिले के किसानों को इन फसलों के लिए अब अधिक ऋण प्राप्त हो सकेगा। खरीफ फसल ऋण अदायगी की तिथि 15 मार्च से 28 मार्च एवं नगद व वस्तु ऋण का अनुपात 60:40 तय किया गया। पंजीयक सहकारिता द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में उक्त फैसला लिया गया।
इसके पूर्व ऋण सीमा के निर्धारण के लिए कृषि विभाग के आकलन प्रतिवेदन एवं जिले की मण्डियों में विक्रय होने वाली फसलों के औसत मूल्यों पर तकनीकी समूह द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
तकनीकी समूह की बैठक में बैंक प्रशासक एवं उपायुक्त सहकारिता पी.आर. कावड़कर, वरिष्ठ महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक पी.एन.यादव, सहायक संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग श्री ए.एस.राठोर, डी.डी. एम. नाबार्ड श्री मिंज, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री पिप्पल ,उद्यानिकी विभाग के के.के. गिरवाल, कृषि विज्ञान केन्द्र कालूखेड़ा के एम.के.श्रीवास्तव, एस.के.पाण्डेय एवं एस.बी.शर्मा मौजूद थे। बैठक में प्रगतिशील कृषक धीरजसिंह सरसी, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, मोतीलाल पाटीदार, नानालाल धाकड़, सुरेन्द्र देवडा व सुरेश पाटीदार भी उपस्थित थे।