महबूबा मुफ्ती पर पीएसए के तहत’अलगाववादियों से मिलीभगत’ का लगा आरोप
नई दिल्ली,09फरवरी (इ खबर टुडे)।जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के खिलाफ लोक सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत केस दर्ज किया गया है. प्रशासन ने इसके लिए ‘अलगाववादियों के साथ काम करने’ का हवाला दिया है. छह पेज के डोजियर में हिरासत की यही वजह बताई गई है. ‘इंडिया टुडे’ को सूत्रों ने यह जानकारी दी.
महबूबा के ये बयान बने आधार!
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने से पहले महबूबा मुफ्ती ने एक बयान दिया था जिसमें कहा था ‘हम केंद्र सरकार को बताना चाहते हैं कि अनुच्छेद 35ए के साथ छेड़छाड़ बारूद को हाथ लगाने जैसा होगा. 35ए को जो कोई भी हाथ लगाएगा, न सिर्फ उसका हाथ बल्कि पूरा शरीर जल कर राख हो जाएगा.
महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 हटाने पर ‘लिंचिंग’ और ‘हाइवे बंद’ करने की चेतावनी दी थी. डोजियर में इन बातों का जिक्र किया गया है, जिसके आधार पर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ पीएसए चस्पा किया गया है
.बता दें, महबूबा मुफ्ती पूर्व में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ सरकार भी चला चुकी हैं लेकिन उनका नाम उन 50 नेताओं में शुमार है जिन्हें 370 हटाने के बाद हिरासत में रखा गया है. पिछले साल 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा (अनुच्छेद 370) समाप्त कर दिया था.