शिक्षा बजट 2020: हर जिले में मेडिकल कॉलेज, डिग्री मिलेगी ऑनलाइन
नई दिल्ली ,01 फरवरी(इ खबर टुडे )। निर्मला सीतारमण ने बजट 2020 में शिक्षा क्षेत्र के लिए 99300 करोड़ रुपये और कौशल विकास के लिए 3000 करोड़ रुपये का ऐलान किया है। शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिये विदेशों से कर्ज और एफडीआई के उपाय किये जाएंगे। सीतारमण वहीं उन्होंने कहाकि अब ऑनलाइन डिग्री लेवल प्रोग्राम चलाए जाएंगे और इसके लिए जल्द ही सरकार की ओर से नई शिक्षा नीति का ऐलान किया जाएगा।
वहीं जिला अस्पतालों में अब मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना भी बनाई जाएगी। युवा इंजीनियर्स को इंटर्नशिप की सुविधा दी जाएगी। वित्तमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सरकार काम कर रही है, दुनिया के छात्रों को भारत में पढ़ने के लिए सुविधाएं दी जाएंगी।
भारतीय छात्रों को भी एशिया, अफ्रीका के देशों में भेजा जाएगा। राष्ट्रीय पुलिस विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। डॉक्टरों के लिए एक ब्रिज प्रोग्राम शुरू किया जाएगा, ताकि प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को प्रोफेशनल बातों के बारे में सिखाया जा सके।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण अपने दूसरे बजट भाषण में जीएसटी के शिल्पकार दिवंगत अरूण जेटली को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने अपने कहा मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहीं कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर आगे बढ़ रही है। आज दुनिया में बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं की भारत अगुवाई कर रहा है। 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार की नीतियों की वजह से 284 बिलियन डॉलर की FDI आई।
पिछली बार की तरह सीतारमण इस साल भी लाल रंग के पारंपरिक ”बही खाता में बजट दस्तावेज लेकर संसद पहुंची। निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में कहा कि लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सरकार को बहुमत मिला, 2019 के चुनाव नतीजे हमारी नीतियों पर मिले जनादेश हैं। ये बजट देश की आकांक्षाओं का बजट है।
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अपना दूसरा बजट पेश करने के लिये संसद आने से पहले अपनी टीम के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की । उनके साथ वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, वित्त सचिव राजीव कुमार एवं मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी थे ।
राष्ट्रपति भवन ने अपने ट्वीट में कहा, ” परंपरा के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट की। यह बजट ऐसे समय पेश किया जा रहा है जब देश में आर्थिक मंदी को लेकर चिंताएं प्रकट की जा रही हैं ।