महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर सोनिया-उद्धव के बीच फोन पर हुई बात
मुंबई,11 नवंबर (इ खबरटुडे)।है महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूटने की अंतिम कगार पर पहुंच चुका है। शिवसेना ने एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाने का निर्णय ले लिया है। इसके साथ ही एनसीपी द्वारा शिवसेना के NDA से नाता तोड़ने के बाद ही समर्थन देने की शर्त को मानते हुए शिवसेना ने NDA का साथ छोड़ने का निर्णय ले लिया है।केंद्र सरकार में शिवसेना के भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री अरविंद सावंत ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। राज्यपाल द्वारा न्यौता दिए जाने के बाद भाजपा द्वारा सरकार बनाने से मना कर दिया गया था। इसके बाद सबसे बड़े दल के तौर पर शिवसेना को सरकार बनाकर बहुमत साबित करने का अवसर मिला है। आज शिवसेना के नेता शाम को इस संबंध में राज्यपाल से मुलाकात भी करेंगे।
महाराष्ट्र में सबसे बड़े दल भाजपा के बाद शिवसेना को सरकार बनाने का निमंत्रण मिला है। शिवसेना को अगर एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन का साथ मिल जाता है तो तीनों दल मिलकर राज्य में आसानी से सरकार बना लेंगे। भाजपा को इस बार जहां 105 सीटें मिली हैं। वहीं शिवसेना को 56 सीटें हासिल हुई हैं। एनसीपी को 54 सीटेंं और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। ऐसे में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस तीनों दलों की सीटें मिलाकर 154 हो जाती हैं। जो बहुमत के आंकड़े 145 से 9 सीटें ज्यादा हैं।