मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम में छुटे बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा
रतलाम ,18 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। गर्भवती माताओं और 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता पर है। सीएमएचओ डा. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि रतलाम जिले में टीकाकरण की उपलब्धि शत-प्रतिशत करने के उद्देश्य से मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम का द्वितीय चरण 23 अक्टूबर से 02 नवम्बर 2019 के मध्य संचालित किया जाएगा। इसके लिए विभाग द्वारा विस्तृत कार्ययोजना बना ली गई है।
जिले के सभी ग्रामों में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा हैडकाउंट सर्वे किया जा रहा है तथा टीकाकरण से छूटी गर्भवती माताओं एवं बच्चों की सूची तैयार की गई है। कार्यक्रम के लिए वैक्सीन की आवश्यकता का आंकलन कर विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए बाजना और सैलाना क्षेत्र में ऐसे कारणों का पता लगाया जा रहा है जिनके कारण बच्चे टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं।
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. वर्षा कुरील ने बताया कि टीकाकरण के माध्यम से 0 से 5 वर्ष के बच्चों को दस जानलेवा बीमारियों जैसे बच्चों की टीबी, पोलियो, डीप्थीरिया, खसरा, निमोनिया, काली खांसी, टिटेनस, दस्त, रूबेला, दिमागी बुखार, पीलिया से बचा जा सकता है। टीकाकरण के पश्चात मामूली बुखार, हल्की सूजन जैसे लक्षण हो सकते है जो कुछ समय बाद स्वत: ठीक हो जाते है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 10 वर्ष एवं 16 वर्ष की आयु के बच्चों को डीटी का टीकाकरण अभियान के रूप में कार्य कर टीकाकृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि टीकाकरण के माध्यम से चेचक और नवजात शिशु में होने वाले टिटेनस का निर्मूलन किया जा चुका है । तथा भारत पालियो का उन्मूलन करने की दिशा में अग्रसर है।