भागीरथ प्रसाद ने भाजपा का दामन थामा
चुनावी रण – लोकसभा 2014
भोपाल 9 मार्च(इ खबरटुडे)। सेवानिवृत्त प्रशासनीक सेवा अधिकारी भागीरथ प्रसाद ने, जिन्हें बीते दिन ही कांग्रेस ने भिण्ड से लोकसभा चुनाव 2014 के टिकट से नवाजा था, रातो रात ही पंजे का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। कांग्रेस ने गत दिवस शनिवार को अपनी सूचि जारी की थी जिसमें भागीरथ प्रसाद को भिण्ड से टिकट थमाया था, परंतु कांग्रेस को गहरा धक्का देते हुए प्रसाद ने आज सुबह ही भाजपा में जाने की खबर की पुष्टि कर दी।
उल्लेखनीय है कि प्रसाद विगत 2009 के लोकसभा चुनाव में भिण्ड से कांग्रेस की ओर से मैदान में उतरे थे और हार का स्वाद चखा था, शायद शिवराज की लहक और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की तिकडम के आगे कांग्रेस का हाथ कमजोर साबित हुआ और रातो रात के इस विलय ने आगामी चुनावो के लिए कांग्रेस की राह में एक और कांटा सजा दिया।
कांग्रेस की प्रदेश के लिए पहली सूचि में 22 उम्मीदवारों को देखकर एैसा लगता है कि नए चेहरो को नजरअंदाज कर अपने पूर्व के लोकसभा सदस्यों पर ही ज्यादा भरोसा जताया है। सभी सीटिंग मेंबरो के साथ जिन्होंने बीत चुनावों में अच्छे प्रदर्शन के बाद भी हार का सामना किया था पर भी कांग्रेस ने दोबारा भरोसा जताया है। वर्तमान विधायक हिना कावारे व सुंदरलाल तिवारी को भी कांग्रेस ने बालाघाट और रीवा से टिकट दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के करीबी माने जाने वाले विवेक तन्खा को कांग्रेस ने जबलपुर से अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
एक नजर
भागीरथ प्रसाद प्रदेश के प्रशासनिक गलियारो में एक जाना पहचाना नाम रहा है। रतलाम में कलेक्टर के कार्यकाल को आज भी लोग नहीं भुला पाए है। स्वच्छ दबंग छवि के लिए पहचाने जाने वाले प्रसाद प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों जैसे प्रमुख सचिव आदिवासी कल्याण, प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश निर्यात निगम,प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा व सामाजिक न्याय समेत देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति का दायित्व भी निभा चुके है।