पुलिस गोलीकांड ने पकड़ा तूल:पूरी टीम लाइन अटैच,एसपी ने जावरा सीएसपी अगम जैन को सौंपी जांच
रतलाम,01 अप्रैल (इ खबरटुडे)। रतलाम से एक मामले की जांच के लिए निकली पुलिस टीम में शामिल सब इंस्पेक्टर द्वारा राजस्थान के उदयपुर जिले के गोगुंदा थाना क्षेत्र में गोली चलाने और उसमें राजस्थान पुलिस के एक आरक्षक के घायल होने के मामले की जांच एसपी गौरव तिवारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जावरा सीएसपी अगम जैन को सौंप दी है।पुलिस टीम के साथ एक अन्य बाहरी व्यक्ति के साथ होने के मामले में एसपी ने पूरी टीम को भी लाइन अटैच कर दिया है।
ज्ञातव्य है कि ट्रक कटिंग के एक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 29 मार्च को रतलाम पुलिस की एक टीम हरियाणा जाने के लिए निकली थी, जो रात में राजस्थान के उदयपुर जिले में रुकी थी।रतलाम पुलिस की टीम में साइबर प्रभारी उपनिरीक्षक विरेंद्र बंदवार, बिलपांक थाने के उपनिरीक्षक अमित शर्मा सहित रतलाम साइबर सेल के चार अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
सूरजपुर पुलिस थाने पर आमद देने के बाद रात को पुलिस टीम होटल में रुकी थी। रात करीब 12:30 बजे उप निरीक्षक वीरेंद्र बन्दवार टीम के बाहर के एक अन्य व्यक्ति के साथ कार में चले गए। इसके बाद देर रात एसआई बंदवार ने होटल में ठहरे अपने साथी पुलिसकर्मियों को फोन लगाकर सूचना दी कि कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं। इस सूचना के बाद जवानों ने राजस्थान पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से मदद के लिए सूचना पहुंचाई थी।
इस बीच पुलिस टीम के पास जानकारी आई की गोगुंदा के पास एसआई बंदवार ने पीछा कर रही राजस्थान पुलिस के वाहन पर गोली चला दी जो राजस्थान पुलिस के गोगुंदा थाने पर पदस्थ आरक्षक के पैर में लगी। इस घटना के बाद एसआई और उसके साथी व्यक्ति को वहां की पुलिस ने पकड़ लिया। एसपी गौरव तिवारी ने अनुशासन हीनता के मामले में एसआई विरेन्द्र को निलंबित कर दिया था।
संदिग्ध आचरण पर पूरी टीम लाइन अटैच
इस मामले के बाद जहां एसआई विरेंद्र बंदवार के बाहरी व्यक्ति के साथ कार में बाहर जाने को लेकर सवाल खड़े हुए,वहीं एक सेल्फी फोटो भी वायरल हुआ जिसमें रतलाम पुलिस की पूरी टीम के साथ में वह व्यक्ति नजर आ रहा है। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि संदिग्ध आचरण को देखते हुए पूरी टीम को लाइन अटैच कर दिया गया है।