जैश सरगना मसूद अजहर के दो भाइयों समेत पाकिस्तान में 44 आतंकी गिरफ्तार
नई दिल्ली, 05 मार्च(इ खबरटुडे)। पुलवामा हमले के बाद से चौतरफा घिरे पाकिस्तान ने अब जैश सरगना मसूद अजहर के दो भाइयों समेत 44 आतंकियों को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री शहरयार अफ्रीदी ने आज कहा कि मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ और हम्माद अजहर समेत 44 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि शहरयार ने दावा किया कि ये गिरफ्तारियां किसी दबाव में नहीं की गई हैं.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहरयार ने दावा किया कि पाकिस्तान सरकार का ये एक्शन किसी बाहरी दबाव में नहीं है. ये कार्रवाई सभी प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ की गई है. जैश सरगना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ और हम्माद अजहर की गिरफ्तारी को भले ही पाकिस्तान भारत का दबाव मानने से इनकार करे, लेकिन ये जगजाहिर है कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों पर एक्शन लेने का चौतरफा दबाव पड़ रहा है. इसीलिए पाकिस्तान ने मसूद अजहर के दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया है. शहरयार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने जो डोजियर सौंपा है, उसमें मसूद के इन दोनों भाइयों का नाम भी शामिल था.
पाकिस्तान के मंत्री ने दावा किया है कि सोमवार को नेशनल एक्शन प्लान के तहत एक बैठक की गई, जिसमें तय किया गया कि प्रतिबंधित किए गए सभी संगठनों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जाए. पुलवामा हमले के बाद से चौतरफा घिरा पाकिस्तान दुनिया को दिखाना चाहता है कि वो आतंकवाद पर नकेल कस रहा, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. दरअसल पाकिस्तान ऐसा कर दुनिया की आंख में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है. इसकी बानगी उस समय भी दिखी जब उसने दावा किया कि JuD पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जबकि ऐसा था नहीं.
बीते दिनों FATF की बैठक से पहले जो खबर थी कि पाकिस्तान ने मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज़ सईद के संगठन जमात-उद-दावा पर बैन लगाया है, वह झूठी निकली. जो लिस्ट सामने आई, उससे खुलासा हुआ था कि पाक की सरकार ने इस संगठन पर बैन नहीं लगाया है, बल्कि सिर्फ इन पर निगरानी रखने की बात कही है.
पाकिस्तान के नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी के आंकड़ों के अनुसार, PAK सरकार ने कई आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की है. इनमें से कुछ पर बैन लगाया गया है जबकि कुछ पर निगरानी रखी जा रही है. जिनपर निगरानी रखी जा रही है उसमें हाफिज़ सईद का जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन है.
इससे साफ है कि पाकिस्तान जो दुनियाभर के सामने कह रहा था कि वह आतंकियों के खिलाफ कड़े एक्शन ले रहा है और शांति चाहता है वो सब एक सफेद झूठ निकला. हालांकि, इस लिस्ट में जिन संगठनों पर बैन लगाने की बात कही गई है, उसमें कई बड़े संगठन शामिल हैं. इनमें मौलाना मसूद अजहर का जैश भी शामिल है.