November 15, 2024

भारत की एयर स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर की मौत की खबर

नई दिल्ली,03 मार्च(इ खबरटुडे)। खबर है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की मौत हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी 2 मार्च को ही मौत हो गई थी. हालांकि इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना की अनुमति के बाद ही मसूद की मौत की आधिकारिक घोषणा की जाएगी.

हाल ही में CNN को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने कहा था, ‘जितना मेरी जानकारी है वह काफी बीमार है. वह इतना बीमार है कि वह घर से बाहर नहीं जा सकता.’विदेश मंत्री ने दावा किया था कि जैश-ए-मौहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं रिटायर्ड कर्नल आशीष खन्ना ने कहा कि हो सकता है कि मौलाना मसूद एयर स्ट्राइक में ही घायल हुआ और उसी कैम्प में रहा हो जिस पर स्ट्राइक हुई. और अब इलाज के दौरान मरा हो, लेकिन पाकिस्तान इस बात को भी छुपाना चाहता होगा.

मसूद अजहर भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी था. उस पर पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की साजिश का आरोप है. भारत समेत यूएस, यूके और फ्रांस जैसे देश लगातार मांग कर रहे हैं कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद वैश्विक आतंकी घोषित करे. हालांकि चीन इस राह में रोड़ा बना हुआ है.

NIA के अनुसार इस पर पंजाब के पठानकोट में भारतीय वायु सेना के बेस पर कर्मियों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी हमला कराने में मसूद का हाथ है. यह जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह से जुड़ा हुआ है. इसी आतंकी समूह ने 14 फरवरी को पुलवामा में CRPF जवानों पर हुये फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली है.

मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने भारत में पिछले दो दशकों में कई आतंकवादी हमले किए हैं. जैश सरगना मसूद अजहर 2001 में संसद भवन में हुए हमले का मास्टरमाइंड है. वहीं, 2016 में हुआ पठानकोट एयर फोर्स बेस अटैक, इसी साल जम्मू के उरी में टेरर अटैक और पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ हमले के पीछे भी मसूद अजहर का ही हाथ है. पुलवामा हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.

भारत ने पुलवामा हमले के आरोपी जैश कमांडर मसूद के खिलाफ सभी सबूतों के साथ पाकिस्तान को डॉजियर सौंपा है. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएन सिक्योरिटी काउंसिल) में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का प्रस्ताव भी दिया है, जिस पर अगले 10 दिन में फैसला आना है. मसूद अजहर ओसामा बिन लादेन का करीबी था. 31 दिसंबर, 1999 को कंधार प्लेन हाईजैक मामले में भारत ने मसूद अजहर को छोड़ दिया था.भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् से उसे ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने की मांग करता रहा है.

शनिवार को मसूद अजहर के भाई अम्मार का एक ऑडियो सामने आया था जिसमें उसने माना है कि उसके ठिकाने पर भारतीय वायुसेना ने हमला किया था. ऑडियो में वह कह रहा है कि वायुसेना ने उस जगह पर बम गिराए जहां जैश आतंकियों को ट्रेनिंगदेता था. यह ऑडियो पाकिस्तान से निष्कासित पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने ट्वीट किया था,

उसने माना कि भारत ने किसी एजेंसी की बिल्डिंग पर हमला नहीं किया या किसी एजेंसी के मुख्यालय पर हमला नहीं किया बल्कि भारत ने उस जगह को निशाना बनाया जहां एजेंसी के लोग आ कर मीटिंग करते थे. ऑडियो के मुताबिक, इस कैम्प में युवाओं को जिहाद की ट्रेनिंग मिलती थी.

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