गुजरात / यूथ कॉन्क्लेव में मोदी ने कहा- 26/11 के बाद सरकार सो रही थी, उड़ी के बाद हमें नींद नहीं आई
सूरत,30जनवरी( ई खबर टुडे)। न्यू इंडिया यूथ कॉन्क्लेव में मोदी ने युवाओं के सवालों का जवाब दिया। मोदी ने कहा कि देश की सोच में बदलाव आया है। देश को एक मोदी नहीं, बल्कि सवा सौ करोड़ मोदी बदल रहे हैं। एक सवाल के जवाब में कहा कि पहले 26/11 मुंबई हमले के बाद सरकार सोती थी। हमारी सरकार में उड़ी हमला हुआ, हमें नींद नहीं आई। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा- किसी ने नहीं सोचा था कि चार-चार पीढ़ियों तक राज करने वालों को एक चाय वाला चुनौती देगा।
कम्प्यूटर इंजीनियर का सवाल: पहले देश में मानसिकता थी कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता है, अब इसमें बदलाव देख रहा हूं। प्रश्न यह है कि बदलाव संभव कैसे हुआ?
जवाब: मोदी ने कहा, “मेरे आने से पहले के 10 साल पहले जब रिमोट वाली सरकार चलती थी, तब हालात यह थे कि हर किसी ने मान लिया था कि कुछ होने वाला नहीं है। 26/11 में निर्दोष लोग मारे गए और सरकार सोती रही। उड़ी ने हमें सोने नहीं दिया। जवान के खून की एक-एक बूंद हमारे लिए पवित्र होती है। जो आग उस जवान के दिल में थी, वही आग इस प्रधानमंत्री के दिल में थी। उसी का परिणाम हुआ, सर्जिकल स्ट्राइक। कोई कल्पना कर सकता था कि कालेधन के खिलाफ इतनी बड़ी लड़ाई कोई लड़ सकता है। ये ऐसा नेता है जो ना खुद अपने लिए सेट होता है और ना ही दूसरों को अपसेट किए बगैर छोड़ता है। नोटबंदी के बाद 3 लाख कंपनियों को ताला लगा दिया।
डॉक्टर का सवाल: भ्रष्टाचारों को चुनौती देने की वजह से महागठबंधन का निर्माण हो रहा है। 2019 में कांग्रेस मुक्त भारत के बारे में आप क्या कहेंगे?
जवाब: मोदी बोले, “भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई इस वजह से छेड़ पाया, क्योंकि मैं सामान्य घराने से आता हूं। बड़े घरानों से आता तो मुझे यह डर रहता कि कल मेरी किताब खुल जाएगी तो मैं क्या करूंगा। मैं विश्वास करता हूं कि हमारे देश जड़ में भ्रष्टाचार दीमक की तरह घुस गया है। मेरी आत्मा कह रही थी कि कहीं से शुरू करूं, मैंने ऊपर से शुरू किया। आपने देखा कि चार-चार पीढ़ियां, जिनका नाम लेते हुए देश कांपता था। उनकी ताकत ऐसी थी कि देश को 18 महीने तक जेलखाना बना दिया था। कभी किसी ने नहीं सोचा था कि चार-चार पीढ़ियों तक राज करने वालों को एक चाय पीने वाला चुनौती दे रहा है। सब कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। मुझे विश्वास है और सवा सौ करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद है कि एक दिन तो उन्हें जाना होगा। देश का जिन्होंने लूटा है, उन्हें लौटाना ही पड़ेगा। जहां तक महागठबंधन का सवाल है तो आपको क्या लगता है (मोदी-मोदी के नारे लगे)। ईश्वर जनता का रूप होती है, आप बताइए क्या होगा (मोदी-मोदी के नारे लगे)।’
सवाल: कानून क्षेत्र से संबंध रखने वाली महिला ने पूछा- 2014 में जो लोग आपको हारते हुए देखना चाहते थे, वही लोग आज देश में निगेटिविटी फैला रहे हैं। आपका हमारे लिए क्या संदेश है?
जवाब: प्रधानमंत्री ने कहा, “2013-14 में एक टोली थी, भोली नहीं थी और ना ही भली थी। यह लगातार कह रही थी िक मोदी के नाम की घोषणा कर दी जाए तो पूरी भाजपा खत्म हो जाएगी। भाजपा ने हमें घोषित कर दिया, तब उन्होंने कहा कि मोदी को कौन जानता है। उन्होंने ना जाने क्या-क्या बातें फैलाईं। 2013-14 में जिन्होंने इतनी मेहनत की, ये मोदी नाम का भला ही नहीं होना चाहिए। उनके दिल में कितना गुस्सा भरा होगा। लेकिन, हमें इस नकारात्मकता की चिंता नहीं करनी चाहिए। इसका जवाब सकारात्मकता है। अगर वे एक बार बोलते हैं तो हम 100 बार बोलें। ‘
चार्टर्ड अकाउंटेंट का सवाल: आप हम जैसे युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं। नोटबंदी हो या जीएसटी, लोगों को अब उसकी कीमत समझ में आ रही है। इसका फायदा है। सवाल यह है कि वोटबैंक की परवाह किए बगैर आप यह सब कैसे कर पाए?
जवाब: मोदी ने कहा- सवा सौ करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद मेरे साथ है इसलिए मैं यह कर पाया। सामाजिक जीवन में भारत ऐसी अवस्था में पहुंच गया है, जिस मौके को हमें गंवाना नहीं चािहए। जब हमारी सरकार बनी थी, तब हम अर्थव्यवस्था में विश्व में 10वें नंबर पर थे। आज छठवें नंबर पर हैं। विश्वास दिलाता हूं कि जल्द पांचवें नंबर पर पहुंचने की खबर आएगी। दुनिया का सबसे ऊंचा स्टैच्यू हमारे पास है। हिंदुस्तान का सबसे लंबा रेल और रोड ब्रिज हमारी सरकार ने लोकार्पित किया। जब हम आए तब 38 फीसदी शौचालय थे, आज 98 फीसदी हो गया है। देश के आधे लोगों के पास बैंक अकाउंट नहीं था, आज करीब सभी के पास हो गया। एक रिपोर्ट है कि पूरे विश्व में जितने बैंक अकाउंट खुले, उसके आधे मोदी की सरकार में खुले। मजूरी करूंगा, 24 घंटे काम करूंगा। देश के लिए जो काम कर सकता हूं, उसे करने से पीछे नहीं हटूंगा।
आर्टिस्ट ने सवाल किया: आपने विकास के लिए मेहनत करके योजनाएं बनाई हैं, इनके आधार पर भारत के भविष्य को किस तरह से देखते हैं?
जवाब: “मैं भारत का भविष्य उज्ज्वल, शानदार और जानदार देखता हू्ं। जिस देश में जवानी की ऊर्जा, जवानी के सपने हैं वह देश पीछे कैसे रह सकता है। आवश्यकता है कि युवा शक्ति को सही दिशा और सही सहयोग देने की। 21वीं सदी में जो बच्चे पैदा हुए हैं, वह नई ऊर्जा और नए सपने लेकर आए हैं और यही मेरे देश को आगे ले जाएंगे।’
मीडियाकर्मी का सवाल: शो में यंगस्टर्स से बात होती है कि टीवी पर चलने वाली राजनीतिक बहसों से कन्फ्यूजन होता है। समझ नहीं आता कि किस दिशा में जाएं। पहली बार वोट देने वालों को क्या सलाह देना चाहेंगे?
जवाब: “रेल-रोड-बिजली-पानी पर चर्चा होनी चाहिए। दुर्भाग्य से विरोधियों के लिए मुद्दों पर बहस करना बहुत मुश्किल है। अगर वह खेती-रोजगार-योजनाओं पर बात करेंगे तो पता चलेगा कि मोदी ने ज्यादा अच्छा कर दिया है। दुर्भाग्य से जिम्मेदार दल भी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं। उनका एक ही मुद्दा है मोदी। उनके लिए मुद्दा मोदी है, हमारे लिए मुद्दा सवा सौ करोड़ देशवासियों के सपने, उनकी आशाएं, किसानों की ताकत, नौजवानों के सपने मुद्दा हैं। किसी भी नौजवान का कन्फ्यूजन स्वाभाविक है। आज स्थिति वैसी नहीं है, आज बदलाव है। पहले टीवी वाले जो परोसते थे, उसी पर यकीन करना पड़ता था। आज आपके हाथ में मोबाइल है, आप उससे पुष्टि कर सकते हैं। आज की पीढ़ी गूगल गुरू की विद्यार्थी है, वे 5 मिनट में जान जाएंगे। देश की युवा पीढ़ी खबरों को बारीकी से एनालिसिस करे। परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद, ऊंच-नीच, भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद किया, उससे मुक्ति दिलाने वाले के साथ चलना चाहिए। यही भाव नई पीढ़ी में होना चाहिए।’