तय नहीं हो पाए मंत्रियों के नाम, कमलनाथ फिर मिलेंगे राहुल गांधी से
भोपाल,22 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। कमलनाथ कैबिनेट में कौन-कौन मंत्री होंगे यह पहेली दो दिन की कवायद के बाद भी नहीं सुलझ पाई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को दो घंटे तक पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ विचार मंथन किया लेकिन मंत्रियों के लिए मापदंड तय नहीं हो पाए। शनिवार को कमलनाथ फिर राहुल एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करेंगे।
गुरुवार की रात दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने केंद्रीय पर्यवेक्षक ए के एंटोनी, भंवर जितेंद्र सिंह और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया के साथ अलग से भी चर्चा की। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी कमलनाथ ने लंबी चर्चा की, दिग्विजय सिंह भी दिल्ली में ही हैं। बताया जाता है कि सिंधिया खेमे के ज्यादा से ज्यादा लोगों को मंत्री बनाने के फार्मूले पर सहमति बनाई जा रही है। इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि सिंधिया ने उपमुख्यमंत्री पद भी स्वीकार नहीं किया।
कांग्रेस अध्यक्ष के साथ चली दो घंटे की मुलाकात के बाद बैठक कक्ष से बाहर निकले कमलनाथ ने मीडिया को बताया कि मंत्रिमंडल के बारे में अभी चर्चा पूरी नहीं हो पाई है। शनिवार को गांधी और सिंधिया के साथ पुन: विचार विमर्श होगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पहली बार के विधायकों को मंत्री बनाने की संभावना कम ही है। उन्होंने बताया कि अभी किसी मंत्री के नाम पर कोई चर्चा नहीं की गई, शुरूआती बैठक में मंत्री बनाने के लिए पैमाने तय करने पर ही मंथन चलता रहा। सैद्धांतिक रूप से किसे स्थान दिया जाए अभी इन्हीं मुद्दों पर चर्चा चलती रही।
शनिवार की बैठक में संभवत: यह तय होगा कि कितने और कौन-कौन लोगों को शपथ दिलाई जाएगी। इनमें दिग्विजय और सिंधिया खेमे के अलावा स्वयं कमलनाथ के समर्थक दावेदार विधायकों की संख्या भी है। कांग्रेस हाईकमान इनके बीच जातीय, गुटीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कवायद में जुटा है।