November 23, 2024

विभिन्न जातिगत समाज एक फूल की पंखुडियां

सामाजिक समरसता मंच द्वारा सद्भावना बैठक का आयोजन

रतलाम,24 दिसम्बर (इ खबर टुडे)। जिस तरह फूल की सभी पंखुडियों से मिलकर महकने वाला फूल बनता है,ठीक उसी तरह सभी समाज की एकता से संगठित ऊ र्जा का निर्माण होता है,जिससे राष्ट्र का उत्थान होता है।  यदि फूल की एक एक पंखुडी अपनी अपनी स्वार्थगत पहचान के आधार पर फूल से अलग होने लगे तो फूल का अस्तित्व सुरक्षित नहीं रह सकता। आज अपनी अपनी जातीय श्रेष्ठता के आधार पर समाज अपने लिए विशेष सुविधाओं की मांग कर राष्ट्र को विखण्डित करने का कार्य कर रहे है। ऐसे में भारत बचेगा कैसे? इसलिए सभी जातिगत समाजों को एक भारतीय के रुप में भारत माता की सेवा करना चाहिए।
उक्त विचार गत दिवस सामाजिक समरसता मंच द्वारा आयोजित सामाजिक सद्भावना बैठक में मुख्य वक्ता के रुप में समाजसेवी माधव काकानी ने व्यक्त किए। मेवाडा सेन समाज धर्मशाला में आयोजित सामाजिक सद्भावना बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी शंकरलाल माली ने की। बैठक में विभिन्न समाजों के प्रमुखों ने समाज में परिवर्तन के लिए किए जा रहे प्रयास के तहत चर्चा में भाग लेते हुए इस प्रकार के आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।
वाल्मिकी समाज के प्रदीप करोसिया ने कहा कि भेदभाव रहित समाज  की आवश्यकता के लिए अच्छे कार्यो को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। खण्डेलवाल समाज के राधावल्लभ खण्डेलवाल ने कहा कि समाज में सद्भावना के लिए संवाद की जरुरत है। सिंधी समाज की श्रीमती सुमित्रा अवतानी ने कहा कि जिस तरह शरीर के सभी अंग समन्वित रुप से कार्य करते है ठीक उसी तरह से विभिन्न समाजो को मिलकर कार्य करना चाहिए। श्रीमाली ब्राम्हण समाज के हर्ष दशोत्तर ने समाज वंदना के साथ साथ भारत माता की पूजा पर बल देने का आह्वान किया। तेरापंथ नवयुवक मण्डल के संजय पालरेचा ने कहा कि हम सभी समरसता के लिए सहिष्णुता का विकास करें। शिक्षाविध ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा कि समाज के प्रत्येक घटक के साथ सामंजस्य बनाकर चलना चाहिए क्योकि विभाजन क्षुद्र स्वार्थों के कारण ही होता है। प्रजापति समाज के मांगीलाल पहाडवा ने समाज में युग के अनुकूल परिवर्तन के महत्व को दर्शाया। भील समाज के राजेन्द्र बरिया ने भील समाज में आ रहे सकारात्मक परिवर्तन को समाज में अंगीकार करने का अनुरोध किया। जैन समाज तेरापंथी सभा के सचिन कासवा ने व्यक्तित्व निर्माण को आवश्यक बताते हुए परिवार निर्माण एवं नैतिकता को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। अहीर यादव समाज के श्रवण यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मेवाडा सेन समाज के जगदीश सेन,जांगिड पोरवाल समाज के प्रतिनिधि सहित कुल 18 जातिगत समाजों प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सद्भावना बैठ के प्रारंभ में श्रीमती आशा उपाध्याय ने सामाजिक गीत प्रस्तुत किया। अतिथियों द्वारा भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर बैठक का शुभारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत सामाजिक समरसता मंच के शेखर यादव एवं संजय अग्रवाल ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन संजय अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ रत्नदीप निगम ने किया।

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