November 23, 2024

कर्नाटक गंवाकर 3 राज्यों तक सिमटी कांग्रेस, राहुल की लीडरशिप पर उठे सवाल

नई दिल्ली,15 मई (इ खबरटुडे)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रही है। कुल 224 सीटों में सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की दरकार होती है और अभी भाजपा 112 पर आगे चल रही है। 2013 में कांग्रेस ने यहां जबरदस्त जीत दर्ज की थी और 122 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी।

बहरहाल, कर्नाटक में हार के साथ ही कांग्रेस अब तीन राज्यों में सिमट कर रही गई है। ये तीन राज्य हैं – पंजाब, मिजोरम और पुडुचेरी। इस तरह देश की महज ढाई आबादी पर कांग्रेस राज रह गया है। 6 क्षेत्रीय दल ऐसे हैं, जो इस मामले में राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस से आगे हैं।

कर्नाटक की हार के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। कर्नाटक में जहां-जहां राहुल ने रैलियां की थी, वहां की 65 सीटों पर भाजपा जीती है, जबकि केवल 40 पर कांग्रेस को बढ़त नजर आ रही है।

कर्नाटक चुनावों को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल माना जा रहा था और यहां भी भाजपा ने कामयाबी हासिल की है। यानी राहुल की परेशानी बढ़ सकती है, जिन्होंने बीते दिनों खुद को कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इस स्थिति में आने वाले समय में सहयोगी दल कांग्रेस पर दवाब डालेंगे और यदि कोई गठबंधन बनता है तो राहुल को पीएम प्रोजेक्ट करना मुश्किल हो सकता है।

अब देश के 21 राज्यों में भाजपा या एनडीए की सरकार है। यानी करीब 70 फीसदी आबादी पर भाजपा का रा ज हो गया है।जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वे हैं – अरुणाचल प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, हरियाणा, झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और त्रिपुरा।छह राज्यों में एनडीए की सरकार है। ये हैं – जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, सिक्किम, बिहार और मेघालय।

मोदी ने दिया था पीपीपी वाला बयान
कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने एक रैली मे् कहा था कि ’15 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों के घोषित होने के बाद कांग्रेस घटकर ‘पीपीपी’ कांग्रेस यानी पंजाब, पुडुचेरी और परिवार कांग्रेस रह जाएगी।’

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