October 1, 2024

श्रीनगर में बड़े हमले को अंजाम देने आए आतंकी से जारी है मुठभेड़

श्रीनगर,05 मई (इ खबरटुडे)। आतंकियों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई जारी है। शनिवार सुबह श्रीनगर के छत्ताबल में आतंकवादियों की ओर से की गई अचानक फायरिंग के बाद सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया। दोनों ओर से भारी गोलीबारी के बीच यहां मुठभेड़ अब भी जारी है। इस मुठभेड़ में एक जवान के घायल होने की खबर है। मुठभेड़स्थल को सुरक्षाबलों ने चारों तरफ से घेरते हुए पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।

यह मुठभेड़ श्रीनगर में छत्ताबल के गासी मोहल्ले में चल रही है। एसएसपी श्रीनगर इम्तियाज इस्माईल पर्रे ने बताया कि आज तड़के सूचना मिली थी कि दो से तीन आतंकी छत्ताबल में आए हैं। आतंकी सोमवार को खुलने जा रहे दरबार के मद्देनजर शहर मे किसी बड़े हमले को अंजाम देने वाले हैं। इसका पता चलते ही सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के एक विशेष दस्ते ने तलाशी अभियान चलाया।
सुरक्षाबलों ने सुबह छह बजे के करीब घेराबंदी शुरु की और जैसे ही वह तलाशी लेते हुए आगे बढ़ने लगे तो एक मकान में छिपे आतंकियों ने घेराबंदी तोड़ भागने के लिए जवानों पर फायरिंग की। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर कर आतंकियों के भागने के मंसूबे को नाकाम बना दिया और इसके बाद मुठभेड़ शुरु हो गई। घेराबंदी में दो से तीन आतंकी फंसे हुए हैं। आतंकी ठिकाना बने मकान के आस-पास स्थित अन्य मकानों से लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया है। फिलहाल, मुठभेड़ जारी है।

बांडीपोर में आतंकियों ने चाचा भतीजा को मौत के घाट उतारा
उधर,उत्तरी कश्मीर के हाजिन बांडीपोर में आतंकियों ने शनिवार की तड़के चाचा-भतीजे को अगवा कर, दोनों को मौत के घाट उतार दिया। फिलहाल,पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी है। इस दाेहरे हत्याकांड के लिए लश्कर ए ताईबा के आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को आधी रात के बाद स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों का एक दल हाजिन के शाहगुंड इलाके में आया। आतंकियों ने पहले गुलशन मोहल्ले में रहने वाले गुलाम हसन डार उर्फ हसन रस्सा को उसके घर से अगवा किया। उसकेबाद आतंकियों ने बशीर अहमद डार नामक एक अन्य युवक को उसके घर से अगवा किया।गुलाम हसन और बशीर दोनों ही रिश्ते में चाचा भतीजा हैं और पेशे से सूमो चालक हैं।

बताया जाता है कि दोनों को छुड़ाने के लिए उनके परिजनों ने आतंकियों के आगे कई बार हाथ पांव जोड़े। लेकिन आतंकी नहीं माने। आतंकियों ने कहा कि वह इन दोनों के वाहन में कहीं जाना चाहते हैं,इसलिए साथ ले जा रहे हैं जल्द ही दोनों को छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद आतंकी हसन डार और बशीर अहमद को अपने साथ अगवा कर ले गए। करीब दो घंटे बाद तड़के तीन बजे के करीब रहीम डार मस्जिद के पास गोलियां चलने की आवाज सुनी। यह जगह गुलशन मोहल्ले से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है। गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती सुरक्षाबल तुरंत मौके पर पहुंचे,तब तक आस पास रहने वाले लोग भी वहां पहुं गए थे। उन्होंने वहां गुलाम हसन अौर बशीर के गोलियों से छलनी शव पड़े देखे। पुलिस ने दोनों के शव अपने कब्जे मेें ले लिए। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव उनके परिजनों के हवाले किए गए हैं।

पुलिस प्रवक्ताने बताया कि यह वारदात लश्कर के आतंकियों ने अंजाम दी है। इन्हीं आतंकियों ने बीते माह हाजिन में दो युवकों मुंतजिर और मंजूर को अगवा कर मौत के घाट उतारा था। इन वारदातों में लश्कर के एक स्थानीय आतंकी हाथ माना जाता है।

आतंकियों ने सूमो चालक की हत्या की
उत्तरी कश्मीर के सोपोर में शुक्रवार को आतंकियों ने एक सूमो चालक की सुरक्षाबलों का मुखिबर होने के संदेह में हत्या कर दी। आतंकी हमले में सूमो चालक की पत्नी भी गंभीर रूप से घायल है। उसकी टांगों में दो गोलियां लगी हैं और वह अस्पताल में है। पुलिस ने पूरे इलाके में घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश में अभियान छेड़ दिया है।

रात करीब साढ़े नौ बजे स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों का एक दल हारवन में आया। आतंकियों ने सूमो चालक मोहम्मद अशरफ के घर की निशानदेही की और उसके बाद भीतर घुस गए। आतंकियों ने मोहम्मद अशरफ को अपने साथ चलने को कहा। इस पर उसकी पत्नी साइमा ने प्रतिरोध किया तो आतंकियों ने दोनों पर अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। दोनों को मरा समझकर आतंकी वहां से चले गए।

गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों और सुरक्षाबलों ने खून से लथपथ पड़े अशरफ व साइमा को जिला अस्पताल सोपोर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने अशरफ को मृत घोषित कर दिया। अशरफ के सीने में दो गोलियां लगी थी। एसएसपी सोपोर जावेद इकबाल ने आतंकी घटना की पुष्टि की है।

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