लेनिन की प्रतिमा गिराने पर बंगाल में चौतरफा विरोध
कोलकाता,07 मार्च(इ खबरटुडे)। दक्षिणी त्रिपुरा में सोमवार को रूसी क्रांति के नायक रहे व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा गिरा दी गई जिसके बाद से राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लेनिन की प्रतिमा तोड़े जाने को केंद्र कर भाजपा पर निशाना साधा।
बांकुड़ा जिले के पात्रसायर में जनसभा को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि सत्ता में रहने का मतलब यह नहीं कि हमला किया जाय, किसी की प्रतिमा तोड़ दी जाय, कार्ल मार्क्स या लेनिन हमारे नेता नहीं है, लेकिन उनका रूस में महत्व है। सुश्री बनर्जी ने कहा कि विभिन्न देशों में अलग-अलग नेता हैं लेकिन आप (भाजपा) को अधिकार नहीं है कि आप कार्ल मार्क्स या लेनिन की प्रतिमा को तोड़ दें इसलिए क्योंकि आप सत्ता में हैं।
उन्होंने कहा कि हम इस बात की गवाही नहीं देते कि आप (भाजपा) गांधीजी, नेताजी, स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, लेनिन की प्रतिमा तोड़ दें। प्रजातंत्र में जीत से अतिउत्साहित नहीं होना चाहिए वरना तूफान में गिरते विलंब नहीं लगता। मुख्यमंत्री ने भाजपा के बयान पर निशाना साधते हुए एक बार फिर कहा कि यदि उनका लक्ष्य बंगाल होगा तो हमारा लक्ष्य लाल किला होगा।
माकपा कार्यकर्ताओं पर हमले को बताया निंदनीय
त्रिपुरा में माकपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को उसके राजनीतिक दल विशेष से जुड़े रहने को आधार मानकर निशाना नहीं बनाया जा सकता और इसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा त्रिपुरा में तबाही मचा रही है। वहां पार्टी कार्यालयों को तोड़ा जा रहा है, मुझे नहीं मालूम कि कौन इसका विरोध कर रहा है कौन नहीं, लेकिन मैं इसकी निंदा करती हूं भले ही माकपा के साथ मेरी वैचारिक मत विविधता है। उन्होंने यह भी कहा कि माकपा ने सत्ता में रहते हुए तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमला किया लेकिन हमने इसका हमेशा ख्याल रखा है।
लेनिन की प्रतिमा गिराने पर बंगाल में चौतरफा विरोध
दक्षिणी त्रिपुरा में सोमवार को रूसी क्रांति के नायक रहे व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने को लेकर माकपा लगातार भाजपा को घेरने में जुटी है। वहीं, इस मामले की पृष्ठभूमि में तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। मंगलवार को महानगर में माकपा ने प्रतिमा गिराए जाने के खिलाफ एक विरोध जुलूस निकाला जिसमें माकपा महासचिव सीताराम येचुरी समेत पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात, बृंदा करात, वामो चेयरमैन विमान बोस, माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा शामिल हुए। रैली प्रमोद दासगुप्ता भवन से एस्प्लैनेड स्थित लेनिन की मूर्ति तक निकाली गई। इसके विरोध में एसयूसीआइ (कम्युनिस्ट) के कार्यकर्ताओं ने भी इस दिन जुलूस निकाला।