November 14, 2024

वित्तीय वर्ष 2018-19 हेतु प्राधिकरण का रूपये 19.90 लाख की बचत का बजट पारित

रतलाम,01 फरवरी (इ खबरटुडे)। आगामी वित्तीय वर्ष 2018-19 हेतु रतलाम विकास प्राधिकरण द्वारा रूपये 19.90 लाख की बचत का बजट पारित किया गया है। कलेक्टर एवं प्राधिकरण अध्यक्ष श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल की अध्यक्षता में आज पूर्वान्ह कार्यालय में आयोजित संचालक मण्डल की बैठक में आगामी वित्तीय वर्ष हेतु आय-व्यय प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। प्राधिकरण की प्रचलित तथा नवीन योजनाओं में स्थित भूखण्ड तथा भवनों के विक्रय से रूपये 3013.75 लाख की आय अनुमानित है, जिसके विरूद्ध रूपये 2993.85 लाख का व्यय योजनाओं के विकास कार्यों पर होगा।

बैठक में बजट प्रस्तावों की जानकारी देते हुए प्राधिकरण सी.ई.ओ. सुश्री निशा डामर ने बताया कि प्रमुख रूप से जिन योजनाओं पर प्राधिकरण व्यय करेगा, उनमें माही विहार योजना के विकास कार्यों पर रूपये 2.65 लाख, योगी विहार के विकास कार्यों पर रू. 3.50 लाख, माँ कालिका विहार के विकास कार्यों पर रूपये 103.75 लाख तथा परशुराम विहार के विकास कार्यों पर रूपये 480.00 लाख का व्यय होगा। वहीं नवीन प्रस्तावित योजनाओं जिसमें ग्राम सालाखेड़ी में यातायात नगर तथा पी.पी.पी. मॉडल के अंतर्गत गोल्ड पार्क योजनाओं के विकास हेतु रूपये 2000.00 लाख की राशि का प्रावधान किया गया है।

प्राधिकरण योगी विहार में स्व-वित्तीय योजना के तहत 5 ड्यूप्लेक्स भवनों का भी निर्माण करेगा, जिस हेतु रूपये 50.00 लाख की राशि के व्यय का प्रावधान किया गया है। स्थापना, कंटिन्जेंसी तथा अन्य विविध मदों पर व्यय हेतु रूपये 303.95 लाख की राशि प्रावधानित है। सी.ई.ओ. ने बताया कि प्राधिकरण की प्रचलित योजनाओं में स्थित संपत्तियों के विक्रय से रूपये 828.64 लाख, नवीन योजनओं से रूपये 2050.00 लाख तथा अनुदान एवं ब्याज सहित अन्य विविध मदों से रूपये 135.1 लाख की आय अनुमानित है।

परशुराम विहार में प्रारंभ होगी भूखण्डों की रजिस्ट्री
अन्य प्रस्तावों के तहत ग्राम बंजली में विकसित परशुराम विहार योजना में तकनीकी त्रुटि के कारण हुए भूखण्डों के आकार संबंधी प्रकरण का निराकरण करते हुए संचालक मण्डल ने इस योजना के आवंटियों को भूखण्डों की रजिस्ट्री प्रारम्भ किये जाने हेतु हरी झंडी दे दी है। इस योजना के प्रथम चरण में विकसित 229 भूखण्डों के आकार में अंतिम रूप से विकास पूर्ण होने पर आंशिक परिवर्तन पाया गया था, जिसके कारण उनकी रजिस्ट्री रूकी हुई थी। प्राधिकरण की सी.ई.ओ. सुश्री डामर ने पहल करते हुए नगर तथा ग्राम निवेश विभाग से योजना का संशोधित अभिन्यास स्वीकृत कराये जाने की कार्यवाही की, जिसके उपरांत संशोधित अभिन्यास अनुसार योजना के आवंटियों को अंतर की राशि के समायोजन उपरांत आवंटित भूखण्डों की रजिस्ट्री का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा तथा अब योजना में निर्माण कार्य प्रारंभ होने से क्षेत्र का तीव्र विकास प्रारंभ होगा।

योगी विहार के पी.एस.पी. भूखण्डों का होगा विक्रय
प्राधिकरण की योगी विहार योजना के सार्वजनिक/अर्द्धसार्वजनिक प्रयोजन के दो भूखण्डों का ई-टेण्डरिंग के माध्यम से शीघ्र विक्रय किया जायेगा। पृथक-पृथक 986.16 वर्गमीटर तथा 324.00 वर्गमीटर के इन भूखण्डों की संचालक मण्डल द्वारा विक्रय स्वीकृति प्रदान किये जाने के पश्चात शीघ्र ही ऑनलाईन बोलियां आमंत्रित की जायेगीं। सार्वजनिक प्रयोजन के इन भूखण्डों पर निविदाकार द्वारा सामुदायिक भवन, काॅर्पोरेट कार्यालय, अतिथि गृह, विश्राम गृह, चिकित्सालय आदि विविध उद्देशीय गतिविधियां संचालित की जा सकती हैं, जिनके प्रयोजन निविदा आमंत्रण सूचना में स्पष्ट किये जायेगें।

माही विहार तथा परशुराम विहार के 19 भूखण्डों का होगा विक्रय
प्राधिकरण की परशुराम विहार योजना में आरक्षित श्रेणी के 18 तथा माही विहार योजना के 1 भूखण्ड का आॅनलाईन बोली द्वारा शीघ्र विक्रय किया जायेगा। संचालक मण्डल द्वारा आज स्वीकृति प्रदान किये जाने के साथ ही इन योजनाओं के भूखण्डों की विक्रय प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। परशुराम विहार योजना में अनुसूचित जनजाति वर्ग के 6, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वर्ग के 9, बृद्धिजीवी/पत्रकार वर्ग के 2 तथा विकलांग श्रेणी का 1 भूखण्ड विक्रय हेतु रिक्त है। आज आयोजित संचालक मण्डल की बैठक में जिला कलेक्टर एवं प्राधिकरण सी.ई.ओ. के अतिरिक्त, वन मण्डलाधिकारी-सामान्य वन मण्डल, कार्यपालन यंत्री (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी), कार्यपालन यंत्री (पी.आई.यू.) कार्यपालन यंत्री (लोक निर्माण विभाग), सहायक संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश सहित प्राधिकरण के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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