नहीं बुझी कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा की आग, रविवार की सुबह उपद्रवियों ने फूंकी दुकान
कासगंज,28 जनवरी(इ खबरटुडे)। गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा पर पथराव को लेकर भड़की हिंसा में कासगंज तीन दिन से जल रहा है। आज भी यह आग ठंडी नहीं हो पाई बल्कि देर रात और भड़क गई। रविवार की सुबह उपद्रवी तत्वों ने एक दुकान में आग लगा दी। पिछले दो दिनों में कासगंज में कर्फ्यू लगा है, पीएसी और पुलिस के जवान तैनात हैं, लेकिन हिंसा और आगजनी की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है।
अलग-अलग तोड़फोड़, आगजनी और पथराव की वारदातें होती रहीं। रुक रुक कर अलग-अलग इलाकों में उपद्रव से पुलिस-प्रशासन परेशान रहा। शनिवार देर रात छर्रा अड्डा के पास बिलराम चौराहा पर फायरिंग से माहौल बिगड़ गया। नदरई कस्बे में कबाड़े की सूमो और स्कार्पियो फूंक दी गई।
सोरों कस्बे में डाकखाने के पास कपडे की दुकान को आग के हवाले किया गया। मोहल्ला मोहन में पेट्रोल बम बरामद किया गया। ख़ुफ़िया सूचना पर रेलवे स्टेशन पर मुस्तैदी बढ़ा दी गई। पुलिस अधिकारी भारी फ़ोर्स के साथ सघन जांच में जुटे हैं लेकिन कुछ भी काबू में नहीं दिखाई दे रहा है।
युवक की मौत से बवाल बढ़ा
दरअसल, गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान समुदाय विशेष ने वंदे मातरम का विरोध कर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। जिसके बाद पथराव और फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई, दो घायल हुए। कई पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन लोग जख्मी हुए हैं।
इसके बाद सांप्रदायिक हिंसा की आग ने पूरे कासगंज को अपनी चपेट में ले लिया। शहर में दूसरे दिन भी हालात काबू में नहीं आ सके। अब तक कई वाहन और दुकानें आग के हवाले की जा चुकी है। धर्मस्थलों को भी उपद्रवियों ने निशाना बनाया। स्थिति को काबू करने के लिए पीएसी और आरएएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
इंटरनेट सेवा बंद
अफवाहों को फैलने से रोकने और उपद्रव पर काबू पाने को कासगंज में जिलाधिकारी आरपी सिंह के आदेश पर एक दिन के इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। शनिवार शाम पांच बजे से रविवार रात 10 बजे तक के लिए इंटरनेट ठप रहेगा।
ड्रोन कैमरों से नजर
एडीजी अजय आनंद ने अलीगढ़ से ड्रोन कैमरा टीम को शनिवार शाम को बुला लिया। कासगंज में संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे लगा दिए गए हैं। इनसे छतों पर नजर रखी जा रही है।