November 11, 2024

मुंबई में जिग्नेश- खालिद का कार्यक्रम रद, पुणे में दोनों के खिलाफ FIR

पुणे/ सूरत,04 जनवरी(इ खबरटुडे)। पुणे हिंसा को लेकर सतर्क महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में प्रस्तावित दलित नेता जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद के कार्यक्रम को रद कर दिया है। इस बीच महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले में गुजरात के दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोनों पर हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया गया है। पुणे के विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 153 ए, 505 और 117 के तहत यह केस दर्ज किया गया है।

गुरुवार (4 जनवरी) को मुंबई के भाईदास हॉल में छात्र भारती नाम के संगठन ने जिग्नेश और उमर को कार्यक्रम में बुलाया था। छात्र भारती के उपाध्यक्ष सागर भालेराव ने बताया कि उन्होंने भाईदास हॉल को अपने संगठन के ऑल इंडिया समिट के लिए बुक किया था।लेकिन पुलिस अब इस कार्यक्रम में किसी को जाने नहीं दे रही है। सागर भालेराव का कहना है कि मुंबई पुलिस ने पिछले दो तीन दिनों की हिंसा का हवाला देकर कार्यक्रम रद्द कर दिया है। इधर जब पुलिस ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे लोगों को अंदर जाने से रोका था छात्र नारेबाजी करने लगे और जबरन अंदर जाने की कोशिश कर लगे।

इस दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प हुई। पुलिस ने एहतियातन कई लोगों को हिरासत में लिया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने धारा-144 का उल्लंघन किया था इसलिए इन्हें हिरासत में लिया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में जातीय हिंसा को भड़काने के आरोप में पुणे पुलिस ने गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी और जेएनयू छात्र उमर खालिद के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इनपर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है।

गुजरात तक पहुंचा पुणे अांदोलन की अाग
महाराष्ट्र में दलितों का प्रदर्शन बुधवार को निकटवर्ती राज्य गुजरात में भी शुरू हो गया है। गुरुवार को दलित समुदाय की अोर से अायोजित कार्यक्रम में प्रदर्शनकारियों ने जूनागढ़ के पास राजकोट-सोमनाथ हाइवे पर जाम लगातक प्रदर्शन कर रहे हैं।इससे पहले बुधवार को सूरत में दलित समुदाय के लोगों ने एक रैली निकाली और भाजपा के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। प्रदर्शन की अगुआई कर रहे कुनाल सोनावने ने बुधवार को बताया कि उन लोगों ने पुणे और समूचे महाराष्ट्र बंद के समर्थन में उधना में रैली निकाली थी।

साथ ही रेल और सड़क यातायात भी बाधित किया था। उसके बाद भाजपा मुख्यालय के बाहर जाकर नारेबाजी की थी। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण था। गुजरात के इंचार्ज डीजीपी प्रमोद कुमार ने कहा कि सूरत के प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से इजाजत लेकर मार्च किया था।

सीसीटीव फुटेज की हो रही जांच
महाराष्ट्र कोरेगांव हिंसा में अब तक 12 एफआईआर दर्ज की गई है। मुंबई पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र बंद के दौरान कुल 16 प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस दौरान 300 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

हिंसा के बाद प्रकाश अंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद वापस ले लिया है। प्रकाश ने महाराष्ट्र बंद को शांतिपूर्ण बताया है। हालांकि बुधवार को राज्य में बंद के दौरान कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुई। हिंसा को लेकर महाराष्ट्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शहरों में फैली हिंसा के जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही सीसीटीव फुटेज की जांच की जा रही है।

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