November 16, 2024

मन की बातः मुस्लिम महिलाओं को हज पर बिना ‘महरम’ के जाने पर लगी पाबंदी को हटाया- मोदी

नई दिल्ली,31 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज साल 2017 में आखिरी बार रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का यह आख़िरी कार्यक्रम है और संयोग से आज, वर्ष 2017 का भी आख़िरी दिन है।पीएम मोदी ने कहा कि एक जनवरी, 2018 का दिन मेरी दृष्टि से एक स्पेशल दिवस है। जो लोग वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हैं वे एक जनवरी, 2018 से मान्य वोटर बनना शुरू हो जाएंगे और न्यू इंडिया का आधार बनेंगे। पीएम ने कहा कि हमारे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने आवश्यक कदम उठाते हुए मुस्लिम महिलाओं को हज पर बिना महरम के जाने पर लगी पाबन्दी को हटाया और सत्तर साल से चली आ रही परंपरा को खत्म किया।

25 दिसम्बर को विश्वभर में क्रिसमस का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हम सब ईसा मसीह की महान शिक्षाओं को याद करते हैं। ईसा मसीह ने सबसे ज़्यादा जिस बात पर बल दिया था, वह था – “सेवा-भाव”। सेवा की भावना का सार हम बाइबल में भी देखते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में ‘निष्काम कर्म’ की बात होती है, यानी ऐसी सेवा जिसमें कोई अपेक्षा न हो। कहा गया है – “सेवा परमो धर्मः”  ‘जीव-सेवा ही शिव-सेवा’ और गुरुदेव रामकृष्ण परमहंस तो कहते थे शिव-भाव से जीव-सेवा करें। पूरे विश्व में ये सारे समान मानवीय मूल्य हैं।

गुरुगोविंद सिंह का जीक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह वर्ष गुरुगोविन्द सिंह जी का 350वाँ प्रकाश पर्व का भी वर्ष था। गुरुगोविन्द सिंह जी का साहस और त्याग से भरा असाधारण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। गुरुगोविन्द सिंह जी ने महान जीवन मूल्यों का उपदेश दिया और उन्हीं मूल्यों के आधार पर उन्होंने अपना जीवन जिया भी। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य की बात रही कि मैं इस वर्ष की शुरुआत में गुरुगोविन्द सिंह जी 350वीं जयन्ती के अवसर पर पटनासाहिब में आयोजित प्रकाशोत्सव में शामिल हुआ।

पीएम मोदी ने कहा कि एक जनवरी, 2018 का दिन मेरी दृष्टि से एक स्पेशल दिवस है। जो लोग वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हैं यानी 21वीं सदी में जिन्होंने जन्म लिया है वे एक जनवरी, 2018 से मान्य वोटर बनना शुरू हो जाएंगे। भारतीय लोकतंत्र, 21वीं सदी के वोटर्स का न्यू इंडिया वोटर्स का स्वागत करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा की वे 18 से 25 वर्ष के ऊर्जा और संकल्प से भरे यशस्वी युवाओं को न्यू इंडिया मानते हैं जिसका मतलब होता है – उमंग, उत्साह और ऊर्जा। हमारे इन ऊर्जावान युवाओं के कौशल और ताक़त से ही हमारा न्यू इंडिया का सपना सच होगा।

मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के वोटर होने के नाते ये युवा भी गौरव का अनुभव करते होंगे। इनका वोट ‘न्यू इंडिया’का आधार बनेगा। वोट की शक्ति, लोकतंत्र में सबसे बड़ी शक्ति है। लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए ‘वोट’ सबसे प्रभावी साधन है।

ये युवा भारत के हर ज़िले में एक मॉक पार्लियामेंट आयोजित करें, जहां वे न्यू इंडिया पर मंथन करें, रास्ते खोजें, योजनाएं बनाएं। अपने संकल्पों को 2022 से पहले कैसे सिद्ध कर सकते हैं, कैसे एक ऐसे भारत का निर्माण कर सकते हैं जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था।

पीएम मोदी ने कहा कि 15 अगस्त के आस-पास दिल्ली में एक मॉक पार्लियामेंट का आयोजन हो जहां प्रत्येक ज़िले से चुना गया एक युवा, इस विषय पर चर्चा करे कि कैसे अगले पांच सालों में एक न्यू इंडिया का निर्माण किया जा सकता है।

पीएम मोदी ने कश्मीर के अंजुम बशीर खान खट्टक का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर की प्रशासनिक सेवा के टॉपर अंजुम बशीर खान खट्टक की कहानी वाकई प्रेरणादायी है। उन्होंने आतंकवाद और घृणा के दंश से बाहर निकल कर कश्मीर प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में टॉप किया। अंजुम ने साबित कर दिया है कि हालात कितने ही ख़राब क्यों न हों, सकारात्मक कार्यों के द्वारा निराशा के बादलों को भी ध्वस्त किया जा सकता है।

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर की बेटियों से मिलकर मैंने उनके जीवन के उत्साह भरे सपने सुने और मुझे प्रेरणा मिली कि ये युवा ही मेरे देश की ताक़त और भविष्य हैं।

स्वच्छ भारत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केरल के सबरीमाला मंदिर में चल रहा ‘पुण्यम पुन्कवाणम’ कार्यक्रम देश को स्वच्छ करने हेतु एक बहुत अच्छा और प्रेरणादायी उदाहरण है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर की उपलब्धियों का आकलन करने के लिए आगामी 4 जनवरी से 10 मार्च 2018 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2018’ किया जाएगा जो 4 हज़ार से भी अधिक शहरों में किया जाएगा। मुझे विश्वास है कि घर से सूखा-कूड़ा और गीला-कूड़ा, अलग-अलग करके नीले और हरे डस्टबिन का उपयोग, अब आपकी आदत बन ही गई होगी। कूड़े के लिए रिड्यूस, रियूज और रि-साइकिल का सिद्धांत बहुत कारगर होता है।

26 जनवरी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष गणतंत्र-दिवस समारोह के लिए 1 नहीं बल्कि सभी 10 आसियान देशों के नेता मुख्य-अतिथि के रूप में भारत आएंगे। ऐसा भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पिछली मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि साल 2018 दस्तक दे रहा हैं। हमारे बुजुर्ग कहते हैं कि दुख को भूलें, सुख को भूलने न दें। हम शुभ का संकल्प करके 2018 में प्रवेश करें।” नए साल पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “मेरा सुझाव है कि आपने जो 8-10 अच्छी बातें देखी हों या सुनी हैं। हम अपने पांच पॉजिटिव एक्सपीरियंस शेयर कर सकते हैं। मैं आमंत्रित करता हूं कि नरेंद्र मोदी एप या MyGov ऐप पर ।

38वीं मन के कार्यक्रम में आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि 9 साल पहले आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था, जिन्होंने इस हमले में जान गंवाई देश उन्हें नमन करता है। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता। आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम ने आगे कहा था कि हमारे हजारों निर्दोष लोगों ने आतंकवाद की वजह से जान गंवाई थी।

मोदी ने कही थी अहम बात पीएम मोदी ने नवंबर महीने में कई अहम बातें कही थी। 38वीं मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि “कुछ समय मुझे कर्नाटक के बाल मित्रों के साथ परोक्ष साक्षात्कार को अवसर मिला। कुछ बच्चों से एक अखबार ने आग्रह किया कि वे विदेश के मंत्रियों को पत्र लिखें। अखबार ने उनमें से कई पत्र छापे। इनमें से एक कलबुर्गी से इरफाना बेगम ने लिखा उनका स्कूल घर से 5 किलोमीटर दूर है। मैं अपने दोस्तों के साथ समय नहीं बिता पाती हूं। मुझे इन्हें पढ़ने का अवसर मिला।”

पीएम मोदी ने कहा था कि दिव्यांग किसी से कम नहीं है। एक उदारहण देते हुए पीएम ने कहा कि “मध्य प्रदेश में आठ साल के एक दिव्यांग बच्चे तुषार ने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराया। उसने सीटी बजाकर लोगों को खुले में शौच करने से रोका।”

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