September 21, 2024

महिलाओं को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं वहन करना होगी

महिला आयोग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में श्री जोशी ने कहा

रतलाम,10 नवंबर (इ खबरटुडे)।राज्य महिला आयोग की जिला प्रभारी द्वारा बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं तथा नशामुक्ति कार्यक्रम के तहत नूतन स्कूल दिनदयाल नगर में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार शरद जोशी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके।

राज्य सरकार ने बेटी बचाओं और बेटी पढ़ाओं का व्यापक अभियान प्रारंभ किया है, जिसके तहत सभी वर्ग के बच्चों को भी शिक्षा की विशेष सुविधा प्रदान की गई है। उन्हें सुविधा का लाभ लेते हुए शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

श्री जोशी ने कहा कि भ्रूण हत्या का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। आज पुरूषों की संख्या में स्त्रीयों का प्रतिशत कम है। महिलाओं को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं वहन करना होगी। कन्या शालाओं में कन्याओं को सुरक्षा के विशेष प्रशिक्षण दिए जाना चाहिए ताकि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके। उन्होंने महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बच्चों में नैतिक शिक्षा व यातायात नियमों की जानकारी तथा महापुरूषों के व्यक्तित्व को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने का भी सुझाव दिया।

भाजपा नैत्री वीणा सोनी ने कहा कि महिला प्रताडऩा के मामले में सरकार तो प्रयत्नशील है ही महिला संगठनों को भी इस दिशा में आगे आना होगा। महिलाओं में स्वाभीमान की भावना जागृत करना जरूरी है। इतिहास गवाह है कि महिलाएं, पुरूषों से कभी कम नहीं रही। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों मे महिलाओं द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों का जिक्र किया।

आयोग की जिला प्रभारी श्रीमती आशा उपाध्याय ने कहा कि आयोग महिलाओं के साथ हो रही हर घटनाओं को गंभीरता से लेता है। समाचारों की कतरनों पर भी संज्ञान लिया जाता है और शिकायतों पर भी कार्रवाई होती है। निर्भिक होकर महिलाएं अपनी व्यथा व्यक्त करें। विद्यालयों में इस प्रकार का अभियान चलाया जा रहा है,ताकि कन्याओं को जागृत किया जा सके। उन्होंने नशा मुक्ति पर भी प्रकाश डाला और कहा कि हर प्रकार का नशा जीवन के लिए घातक होता है और परिवार भी इसी से बर्बाद होते है। सामाजिक संस्थाओं को चाहिए कि वह हमारे अभियान में सहयोग करें।

हाईस्कूल की प्राचार्य श्रीमती लालकुंवर राठौड़ ने भी प्रेरणादयी भाषण दिया और कहा कि वे स्कूल में लड़कियों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रारँभ करेंगी, ताकि उनके साथ होने वाली किसी भी घटना के लिए वे स्वयं साहसपूर्वक मुकाबला कर सके। उन्होंने कहा कि समय परिवर्तन के साथ स्त्री जाति में भी परिवर्तन आया है और निर्भक होकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रयत्नशील है। समाज को चाहिए कि वह महिला जागृति और महिलाओं के सामाजिक,आर्थिक उत्थान के लिए हर स्तर पर मदद करें। उन्होंने स्कूल की समस्याओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए साधन, सुविधाएं और वातावरण भी जरूरी है।

इस अवसर पर गोपाल सोनी, उमाकांत उपाध्याय, शिक्षक परिवार के सुधा सतिजा, प्रतिभा तिवारी, सुषमा कुमावत, शांति सतिजा, सीमा पोरवाल, अनोखीलाल बसेर, श्रीमती नफीसा खान भी उपस्थित थे। इस अवसर पर शिक्षक नफीसा खान तथा छात्रा कु.सुमन, दुर्गा, कु.कीर्ति ने रचनाएं सुनाई।

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