मप्र में एलईडी ने सालभर में बचाई 219 करोड़ रुपए की बिजली
भोपाल,02 सितम्बर(इ खबर टुडे)। मध्यप्रदेश में एलईडी बल्ब और ट्यूबलाइट से हर साल करीब 1600 करोड़ रुपए की बिजली की बचत हो रही है। भोपाल में यह बचत रोजाना 60 लाख रुपए तक की है, यानि सालभर में उपभोक्ताओं के करीब 219 करोड़ रुपए बच रहे हैं।
9 वॉट के सरकारी एलईडी बल्ब को बाजार में आए एक साल पूरा हो गया है। ऊर्जा विकास निगम की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में एलईडी बल्बों की सबसे ज्यादा खपत भोपाल में ही है, इंदौर दूसरे नंबर पर है। खास बात यह है कि देशभर में एलईडी बल्बों के उपयोग में गुजरात के बाद मप्र दूसरे नंबर पर है।
बिजली बचाने के लिए बाजार में उतारे गए सरकारी एलईडी बल्बों की बिक्री भोपाल में 18 लाख से ज्यादा हो चुकी है, जबकि 54 हजार ट्यूबलाइट बिक चुकी हैं। साथ ही पंखे भी बिक रहे हैं। शहर में हर महीने करीब एक लाख बल्बों की बिक्री होती है। इसमें आसपास के क्षेत्रों के लोग भी बल्ब ले जाते हैं। हालांकि सप्लाई सिस्टम दुरुस्त न होने की वजह से कई बार बल्ब उपलब्ध नहीं हो पाते।
प्रदेश में इंदौर दूसरे नंबर पर भोपाल में सालभर में 18 लाख एलईडी बल्बों की बिक्री हुई। इंदौर में भी 17 लाख बल्ब बिके। वहीं ग्वालियर में अब तक 7.73 लाख और जबलपुर में 9 लाख बल्ब बिके हैं। उज्जैन में 5 लाख और रीवा में 6 लाख बल्बों की बिक्री हुई है।
जीएसटी के बाद बल्ब महंगा, ट्यूबलाइट सस्ती
जीएसटी लगने के बाद एलईडी बल्ब महंगा हो गया और ट्यूबलाइट सस्ती। बल्ब की कीमत 65 से 70 रुपए हो गई है। वहीं ट्यूबलाइट की कीमत 230 से घटकर 220 रुपए हो गई। इसमें 10 रुपए की कमी आई है। वहीं, बाजार में मिलने वाले एलईडी बल्ब के मुकाबले सरकारी बल्ब काफी सस्ते हैं और तीन साल की वारंटी भी दी जाती है। ऐसे में इनकी मांग काफी बढ़ी हुई है।