मुस्लिम बेटियों के लिए बनाई शादी शगुन योजना का लाभ अन्य वर्ग की बेटियों को भी मिले
रतलाम ,12अगस्त(इ खबरटुडे)।मोदी सरकार द्वारा देश में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को हायर एजुकेशन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ग्रेजुएट लड़कियों के लिए ‘शादी-शगुन’ योजना की लागू की गई। इस योजना का मकसद मुस्लिम और दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों और उनके अभिभावकों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करना है कि लड़कियां विश्वविद्यालय या कॉलेज स्तर की पढ़ाई पूरी कर सकें. मोदी सरकार ग्रेजुएट लड़कियों को ‘शादी-शगुन’ योजना के तहत 51 हजार रुपए देगी.
लेकिन आज भी देश में मुस्लिम व अल्पसंख्यक समुदाय के अलावा भी कई समुदाय व वर्ग ऐसे है जो अपनी बेटियों को विश्वविद्यालय या कॉलेज स्तर की पढ़ाई पूरी कराने में असमर्थ है। ऐसी स्थित को देखते हुए रतलाम के अनिल जीवनलाल कटारिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र के माध्यम से सरकार द्वारा देश में अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को हायर एजुकेशन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शादी-शगुन’ योजना को सराहनीय बताते हुए इसका समर्थ किया और साथ निवेदन करते हुए कहा कि इस योजना को देश की सभी वर्ग व धर्म की बेटियों अनिवार्य किया जाये ताकि देश की सभी समुदाय की बेटिया प्रोत्साहित होकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर हो सके.
श्री कटारिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र कहा कि ‘शादी शगुन’ योजना का लाभ देश की समस्त बेटियों को समान रूप से मिलना चाहिए.जिससे साथ *सबका साथ सबका विकास * सरकार का नारा बुलंद होगा ही साथ सरकार की *बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ * योजना भी सार्थक साबित होगी