90 सेकेंड में EVM हैक करने वालों को 4 घंटे का वक्त, AAP के इंजीनियर को ‘चुनौती’!
नई दिल्ली, 20 मई (इ खबर टुडे )। चुनाव आयोग ने ईवीएम पर सवाल उठाने वालों से दो-दो हाथ करने की तैयारी में है. खासकर AAP, कांग्रेस, सपा, बसपा, और टीएमसी ने ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. हालांकि जब-जब पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाए चुनाव आयोग ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. लेकिन अब जाकर चुनाव आयोग ने भी सभी पार्टियों को ओपन चैलेंज दिया है. इसके लिए बकायदा आयोग की ओर से पार्टियों को 4-4 घंटे का वक्त दिया जाएगा, ताकि वो ईवीमए में मनमुताबिक बदलाव करके दिखाएं.
EVM पर सवाल उठाने वालों को चुनौती
चुनाव आयोग के मुताबिक सभी 7 राष्ट्रीय दल और 48 राज्य स्तरीय दलों को खुली चुनौती में हिस्सा लेने के लिए 3 जून से बारी-बरी बुलाया जाएगा. इसके लिए आयोग चुनौती स्वीकार करने वाले दलों को हाल ही में संपन्न हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के किसी भी मतदान केन्द्र की EVM के साथ छेड़छाड़ करने के लिए 4 घंटे का वक्त देगा. हालांकि आयोग ने साफ कर दिया है कि इंटरनल पार्ट्स बदलने नहीं दिया जाएगा, क्योंकि AAP नेता ने चंद सेंकेंड में मदरबोर्ड बदलने का दावा किया था.
EVM से छेड़छाड़ का आरोप खारिज
हालांकि मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने फिर दोहराया कि जो लोग ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, उन्होंने अपने दावे के समर्थन में अब तक कोई सबूत या विश्वसनीय साक्ष्य पेश नहीं किया है. जैदी ने कहा कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है. लेकिन अगर किसी को शंका है तो फिर चुनाव प्रक्रिया में सुधार करना सभी पक्षकारों की जिम्मेदारी है. ईवीएम के आंतरिक साफ्टवेयर को बदलना संभव नहीं है.
AAP ने 90 सेकेंड में हैक का किया था दावा
ईवीएम पर सबसे बड़ा सवाल दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने उठाया है. पार्टी की ओर से इस मसले को लेकर इसी महीने के पहले हफ्ते में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था, जिसमें AAP के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन की लाइव टेंपरिंग का लाइव डेमो दिखाया था. सौरव भारद्वाज ने दावा किया था कि महज 90 सेंकेंड में ईवीएम को हैक किया जा सकता है, जिससे राजनीति गलियों में हलचल मच गई थी.
विधानसभा में सौरभ ने दावा किया था कि एक सीक्रेट कोड के जरिये EVM से छेड़छाड़ संभव है. उन्होंने डेमो देते हुए बताया था कि वोटिंग के दौरान कोड चुपके से डाल दिया जाता है. कोड डालने के बाद हर वोट एक खास पार्टी को जाता है. यही नहीं, सौरव की मानें तो EVM का मदर बोर्ड बदलकर भी छेड़छाड़ की जा सकती है. कोई ऐसी मशीन नहीं, जिसके साथ छेड़छाड़ न की जा सके. इस टेम्परिंग को पकड़ना आसान नहीं है.
सौरभ का कहना था कि सिर्फ मदरबोर्ड से छेड़छाड़ करके नतीजे बदले जा सकते हैं और तो और सौरभ भारद्वाज ने दावा किया है कि गुजरात विधानसभा के लिए इस्तेमाल में होने वाली मशीनों को सिर्फ तीन घंटे के लिए उन्हें दे दिया जाए. उनका दावा है कि बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत सकेगी. कहा है कि मदर बोर्ड में सीक्रेट कोड से छेड़छाड़ संभव है सौरभ ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को भी चुनैती दी.
चुनाव प्रक्रिया पर विपक्ष ने उठाया था सवाल
38 वर्षीय सौरभ भारद्वाज ने इंजीनियरिंग की है और उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन करने से पहले करीब दस सालों तक प्रमुख मल्टीनेशनल कंपनियों में काम किया है. वहीं AAP नेता संजय सिंह ने कहा छा कि चुनाव आयोग के अफसरों और कैमरे के सामने AAP के एक्सपर्ट मशीन की सच्चाई देश के सामने लाएंगे. अब चुनाव आयोग ने तारीख तय कर दी है और AAP के दावों की सच्चाई सामने आ जाएगी. जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दावा किया था कि देश में EVM को लेकर बीजेपी को जिताने की जो बड़ी साजिश चल रही है इससे चुनाव प्रक्रिया पर से लोगों का विश्वास उठ रहा है.
इसके अलावा दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान AAP ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा था कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि EC अपोजिशन की बात न मानकर केवल मीडिया के सामने डेमो देने की बात कर रहा है, जब 18 पार्टियां EVM पर सवाल खड़े कर रही हैं और उनकी बात नहीं सुनी जा रही है तो ये लोकतंत्र के लिए गंभीर सवाल है.
12 मई को हुई थी सर्वदलीय बैठक
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने ईवीएम में गड़बड़ियों की शिकायत पर 12 मई को सभी पॉलिटिकिल पार्टियों की मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग में आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों पर सभी पॉलिटिकिल पार्टियों को ईवीएम से छेड़छाड़ करके दिखाने की खुली चुनौती दी थी. लेकिन उस वक्त चीफ इलेक्शन कमिश्नर नसीम जैदी ने ने किसी तारीख की घोषणा नहीं की थी.