महाकाल देश का पहला मंदिर, जहां तैनात होगी ‘धार्मिक पुलिस’
उज्जैन,11 मई (इ खबर टुडे )। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग देश का पहला मंदिर होगा, जहां धार्मिक पुलिस सेवा देगी। मंदिर समिति इसके लिए अपने चुनिंदा कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण देगी। इन्हें मंदिर के गर्भगृह, नंदी हॉल और गणेश मंड्पम में तैनात किया जाएगा। धार्मिक पुलिस की अलग पहचान के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया जाएगा।
प्रशासक सुजानसिंह रावत ने बताया कि देश-विदेश से महाकाल दर्शन करने आने वाले भक्त मंदिर के अंदर पुलिस की मौजूदगी से असहज महसूस करते हैं। आने वाले भक्त सुविधा से अवंतिकानाथ के दर्शन कर सकें और यहां की व्यवस्था भी बनी रहे, इसके लिए धार्मिक पुलिस के गठन की योजना बनाई है। इसके लिए मंदिर के चुनिंदा कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा इनकी पहचना अलग से हो सके इसलिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया जाएगा। धार्मिक पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में दक्ष, गर्भगृह के भीतर लाइन चलाने में कुशल तथा दर्शनार्थियों के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार करने वाली होगी। इन्हें प्रशिक्षित करते समय इन सब बातों का का खास ख्याल रखा जाएगा।
ऐसा हो सकता है स्वरूप
बोहरा समाज में स्काउट पुलिस की व्यवस्था है। यह समाजिक पुलिस है, जो विशेष मौकों पर व्यवस्था संभालती है। बोहरा समाज के धर्मगुरु की सुरक्षा में भी इनका दस्ता शामिल रहता है। समाज का स्काउट बैंड मिसाल है। अगर महाकाल मंदिर भी इसी तर्ज पर धार्मिक पुलिस का गठन करे तो काफी हद तक मंदिर की व्यवस्था में सुधार आ सकता है। श्रावण-भादौ और कार्तिक-अगहन मास की सवारी में धार्मिक पुलिस का बैंड विशेष आकर्षण का केंद्र हो सकता है।