सुप्रीम कोर्ट बना पेपरलेस और डिजिटल, बोले PM मोदी- मन बदले, मंतव्य बदले तभी बदलाव आएगा
नई दिल्ली ,10 मई (इ खबर टुडे )। देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट आज से पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस हो गया है. सुप्रीम कोर्ट के डिजिटल होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज छुट्टी है और हम लोग काम कर रहे हैं. देश बदल रहा है. छुट्टी पर भी हम लोग करते हैं. सुप्रीम कोर्ट के पेपरलेस और डिजिटल होने को उन्होंने आधुनिकता की तरफ एक कदम करार दिया.
चुनौती हार्डवेयर ,सॉफ्टवेयर में नहीं मानसिकता में है
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक कार्यक्रम में कहा कि कहा कि सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट में छुट्टियां कम करके जज केसों का निपटारा कर रहे हैं, यह सराहनीय है. पहले टेबल पर गुलदस्ता रहता था अब कंप्यूटर रहता है. बड़े लोग अखबार पढ़ते हैं लेकिन बच्चे मोबाइल में ही सब कुछ पढ़ लेते है. चुनौती हार्डवेयर ,सॉफ्टवेयर में नहीं मानसिकता में है. तकनीक के जेनरेशन गैप को दूर करना एक बड़ी चुनौती है.
तकनीक की ताकत अद्भुत है
तकनीक की ताकत अद्भुत है और इसे लेकर हमें मानसिकता बदलने की जरूरत है. मन बदले, मंतव्य बदले तभी बदलाव आएगा. नोट को सुरक्षित रखने पर अरबों खर्च होता है. कागज वाली करेंसी का वक्त जाने वाला है. इसलिए डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करें और पैसे बचाएं.
गौरतलब हो कि हर साल औसतन 70 हजार मामले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए आते हैं और हर केस में ट्रायल कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसले की कॉपी, संलग्नित दस्तावेज और रेफरेंस पेपर मिलाकर 100 पेज से ज्यादा की फाइल हो जाती है.