मध्याह्न भोजन तैयार करने वाले रसोईयों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण-
समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिये निर्देश
उज्जैन 06 फरवरी(इ खबर टुडे)। स्कूलों का मध्याह्न भोजन तैयार करने वाले रसोईयों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जायेगा। देखा जायेगा कि उनको कोई गंभीर संक्रामक बीमारी तो नहीं है। यदि पाई गई तो इलाज करवाया जायेगा। इस सम्बन्ध में कलेक्टर संकेत भोंडवे ने समयावधि-पत्रों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिये। बताया गया कि जिले में लगभग साढ़े चार हजार रसोईये हैं जो मध्याह्न भोजन में सहभागी हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि रसोईयों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु कैम्प तक भिजवाने की जिम्मेदारी सम्बन्धित स्व-सहायता समूह की है। जो समूह इसमें लापरवाही बरतेगा, उसको कार्य से हटा दिया जायेगा। कैम्प खण्ड चिकित्सा अधिकारी स्तर पर लगेंगे। सोमवार को सम्पन्न इस बैठक में निगम आयुक्त आशीष सिंह तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
आगामी 21 फरवरी से प्रारम्भ हो रहे मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के दृष्टिगत कलेक्टर ने तैयारियों के निर्देश दिये। उन्होंने 18 फरवरी के पूर्व सभी ध्यानाकर्षण एवं अन्य प्रश्नों की जानकारियां तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हरेक दिवस कोई एक विभाग अपने विशेष कर्मी को विधानसभा जानकारी लेकर भोपाल भेजेगा। आगामी 8 फरवरी को नगरोदय अभियान के तहत लाभ वितरण कार्यक्रम जिले के नगरीय निकाय स्तर पर आयोजित किये जायेंगे। इसकी तैयारियों के लिये कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के सभी नगरीय निकायों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जिला स्तर से एक-एक अधिकारी बतौर प्रेक्षक भेजा जायेगा। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत कलेक्टर ने पेंडेंसी की अधिकता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अब चाहे एसडीएम हो या कोई भी अधिकारी, दो-दो हजार रूपये जुर्माने के प्रस्ताव तत्काल तैयार किये जायें।
जिले में निलम्बित शासकीय सेवकों को बहाल करने के लिये समिति गठित की गई है। कलेक्टर ने समिति में शामिल अधिकारियों को निर्देश दिये कि निलम्बित 109 शासकीय कर्मियों को बहाल करने के सम्बन्ध में अपनी टीप दो दिवस में दें। जो कर्मी बहाल हो सकते हैं उनकी जानकारी उक्त अवधि में तैयार कर ली जाये। आगामी समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने खाद्य नियंत्रक को निर्देश दिये कि पंजीयन कार्य में गति लाई जाये। एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, सत्यापन का काम शुरू कर दें। पंजीयन के लिये किसानों को एसएमएस भेजे जायें।
जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तर पर आगामी 7 मार्च को दिव्यांग जोड़ों के विवाह की तैयारी के सन्दर्भ में कलेक्टर ने विभिन्न निर्देश दिये। इस सम्बन्ध में 7 फरवरी को खाचरौद तथा 9 फरवरी को महिदपुर में दिव्यांग परिचय सम्मेलन भी हो रहे हैं। शिक्षा विभाग से कुछ काउंसलर चयनित किये गये हैं, जो दिव्यांग जोड़ों के विवाह से जुड़े वर-वधू को मार्गदर्शन देंगे। कुछ व्यक्ति महिला बाल विकास विभाग के भी रहेंगे। ये व्यक्ति आनन्दक भी कहलायेंगे। दिव्यांग पोर्टल पर जोड़ों की जानकारी डालने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये।
कलेक्टर ने बताया कि दिव्यांग जोड़ों के विवाह पश्चात उनके रोजगार के बारे में विशेष योजना तैयार की गई है। यदि कोई व्यक्ति स्वरोजगार करना चाहेगा तो उसे शासन प्रायोजित योजनाओं से ऋण दिलवा दिया जायेगा। अन्य किसी व्यवसाय या खेती कार्य में संलग्न है तो भी उसे जिस योजना से भी सहायता की जरूरत होगी, दिलवाई जायेगी। उन्होंने डूडा के अधिकारी को निर्देश दिये कि जोड़े का आर्थिक उपार्जन साधन क्या है, देखें और बतायें कि उसे किस प्रकार की सहायता दी जा सकती है, कौन-सी योजना से उसका आर्थिक उत्थान हो सकता है।
कलेक्टर ने आगामी 8 फरवरी से उचित मूल्य की दुकानों पर लगाये जाने वाले आधार एनरोलमेंट शिविरों की जानकारी देते हुए जिला आपूर्ति नियंत्रक को तैयारी के निर्देश दिये। शिविरों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लाभ लेने वाले लगभग साढ़े पांच लाख उपभोक्ताओं का आधार पंजीयन किया जाना है। इससे कहीं अधिक संख्या में उपभोक्ता आधार पंजीकृत हो चुके हैं। बचे हुए उपभोक्ताओं का 8 फरवरी से पंजीयन किया जाना है। कलेक्टर ने इसके साथ ही बच्चों के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आधार पंजीयन की समीक्षा करते हुए उसमें गति लाने के निर्देश दिये।