कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर ने डिजीटल लर्निग के लिये वितरित किये टेब
नांदी फाउडेंशन द्वारा आदिवासी क्षेत्र में कन्या षिक्षा के लिये चलाया जा रहा अभियान
रतलाम 06 जनवरी (इ खबरटुडे)। कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बाजना क्षेत्र की कक्षा 7वीं एवं आठवी की चार बालिकाआंे को डिजीटल लर्निग को बढ़ावा देने के लिये नांदी फाउडेंशन की और से दिये गये टेब वितरित किये। कलेक्टर ने डिजीटल लर्निग के लिये बालिकाओं को टेब दिये जाने की सराहना करते हुए फाउडेंशन के मैनेजर से संचालन के लिये आवष्यक प्रशिक्षण संबंधी पड़ताल भी की।
उल्लेखनीय हैं कि नांदी फाउडेंशन के द्वारा लड़कियों को शिक्षा उपलब्ध कराये जाने के लिये सैलाना एवं बाजना क्षेत्र में विगत दस वर्ष से अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत कक्षा 10वीं तक बालिकाआंे की अनिवार्य शिक्षा के लिये आवष्यक वातावरण बनाते हुए पालकों को भी निरंतर अभियान में सम्मिलित किया जा रहा है।
नांदी फाउडेंशन दिल्ली की मैनेजर एवं रतलाम जिला प्रभारी सीमा शर्मा ने बताया कि सैलाना, बाजना क्षेत्र की 622 प्राथमिक शालाओं मंे से 300 शालाओं क्षेत्र के 287 गाॅवों मंे 317 प्राथमिक विद्यालय, 157 माध्यमिक विद्यालय एवं 16 हायर सेकेण्ड्री स्कूल की बालिकाओं को ‘‘नन्ही कली’’ प्रोजेक्ट अंतर्गत षिक्षा दी जा रही है। जिला कार्यक्रम समन्वयक सर्व षिक्षा अभियान डाॅ. राजेन्द्र कुमार सक्सेना द्वारा बताया गया कि नांदी फाउडेंशन के द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित होने वाले विद्यालयों में ही शाला समय के दो घण्टे पूर्व अथवा शाला समय के पश्चात दो घण्टे नांदी फाउडेंशन के षिक्षकों के द्वारा पढ़ाया जाकर छात्राओं की कठिनाईयों को दूर किया जाता है।नन्ही कली प्रोजेक्ट अंतर्गत प्राथमिक कक्षाआंे की 7487 और दसवीं तक की 4473 कुल 11960 बालिकाओं को शिक्षा दी जा रही है।
नांदी फाउडेंषन के माध्यम से शैक्षणिक सहयोग प्रदान करते हुए बालिकाओं की स्कूलों में अधिकतम उपस्थिति सुनिष्चित करने, कम से कम दस वर्ष बालिकाओं को विद्यालय में अध्ययन कराने और उन्हें समाज में समान अधिकार एवं अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही महिला सषक्तिकरण के लिये कार्य किया जा रहा है।