तपस्या के प्रभाव से पावन-पवित्र हुई रतलाम की धरा- राष्ट्रसंतश्री
रतलाम,07सितम्बर (इ खबरटुडे)।राष्ट्रसंत वर्तमानाचार्य श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा.के रतलाम चातुर्मास में चारों तरफ धर्म, आध्यात्म, त्याग और तपस्या की गंगा बह रही है। रतलाम और देश के विभिन्न स्थानों पर उनकी प्रेरणा से श्रद्धालु कठिन तप-आराधना कर रहे है। बुधवार को भी जयन्तसेन धाम तपोमय रहा। सिद्धितप, अठ्ठाई, 9 उपवास और मासक्षमण के तपस्वियों के पारणे हुए। राष्ट्रसंतश्री ने आशीर्वचन में कहा तप करने से तन और मन दोनो शुद्ध हो जाते है।
शुद्धि होने से ही सिद्धि प्राप्त होती है। कई आत्माएं तपस्या कर खुद को निर्मल बना रही है। उनकी तपस्या से रतलाम की धरा पावन और पवित्र हो गई है। जयन्तसेन धाम में दिनभर तपस्वियों का तांता लगा रहा। राष्ट्रसंतश्री की निश्रा में अब तक 50 से अधिक मासक्षमण, 25 सिद्धितप, 75 से अधिक सौभाग्यसुंदर तप और 216 अठ्ठाई के साथ कई तपस्वियों ने 9, 11, 15, व 21 उपवास की तपस्याएं पूर्ण कर ली है। साधु एवं साध्वी भगवंत भी तपस्या कर रहे है। पर्वाधिराज पयुर्षण की आराधना पूर्ण होने के बाद देश भर के गुरूभक्त राष्ट्रसंतश्री से मिच्छामी दुक्कडम् कर आशीर्वाद लेने पहुंच रहे है।
जावरा श्रीसंघ अध्यक्ष बाबूलाल तांतेड (पटवारी साहब) 11 बसों से संघ लेकर जयन्तसेन धाम आए। राष्ट्रसन्तश्री के दर्शन-वन्दन कर आशीर्वाद लेने के बाद उन्होंने चातुर्मास आयोजक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप का अभिनंदन किया। इस दौरान शांतिलाल दसेड़ा, शांतिलाल कावडिया, सुजानमल दसेडा, प्रकाश कांठेड, नपाध्यक्ष अनिल दसेडा आदि भी थे । श्री राजेन्द्र जैन पेढ़ी ट्रस्ट जावरा द्वारा भी सम्मान किया गया । पिपलौदा के मासक्षमण तपस्वी संतोष कुमार आजाद कुमार ने श्री काश्यप को स्मृति चिन्ह भेंट किया। श्री काश्यप ने इस मौके पर साल भर के दौरान जाने-अनजाने में हुए अविनय के लिए क्षमायाचना की। क्षमापना पर्व और तपस्वियों के पारणें के कारण जयन्तसेन धाम में प्रवचन स्थगित रहे। प्रवचनों का सिलसिला अब 9 सितंबर शुक्रवार को सुबह 9 बजे से पुन प्रारंभ होगा।
तपस्वियों के वरघोड़े निकले-
राष्ट्रसन्तश्री की निश्रा में मासक्षमण की दीर्घ तपस्या पूर्ण करने वाले तपस्वी सुनीता राजकमल दुग्गड़ (३३ उपवास) एवं त्रिलोकचन्द अम्बोर परिवार के युवा सनी अम्बोर (३१ उपवास) का बुधवार को पारणा हुआ । इससे पूर्व उनके वरघोड़े निकाले गए । चातुर्मास आयोजक एवं राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने तपस्वियों का बहुमान कर पारणा कराया। इस दौरान बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।
बालभक्त ने भी कराया केशलोच –
जयन्तसेन धाम में राष्ट्रसंतश्री की प्रेरणा से तपस्या के साथ केशलोच कराकर धर्मलाभ कमाने वालों का भी तांता लगा हुआ है। बुधवार को करवड़ के 4 वर्षीय लवि भंडारी का साध्वी श्री तत्वलताश्रीजी म.सा.के हाथों केशलोच हुआ। इससे पूर्व कई श्रद्धालुओं ने पयुर्षण पर्व और उससे पहले केशलोच कराकर धर्मलाभ लिया है।