जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सेना के काफिले पर आतंकी हमला,3 जवान जख्मी
श्रीनगर,07सितम्बर (इ खबरटुडे)। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों ने सेना के एक काफिले पर हमला कर किया है। इस आतंकी हमले में सेना के तीन जवान जख्मी हो गए हैं। जख्मी जवानों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका ईलाज चल रहा है। भारतीय जवाने ने हमले के आस-पास के इलाके को पूरी तरह से घेर लिया है। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
वहीं पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास पाकिस्तानी सेना की ओर से 6 सितंबर को हुई अकारण फायरिंग बंद हो गई है। बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने बीते मंगलवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास भारतीय ठिकानों पर अकारण अंधाधुंध गोलीबारी की थी।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने जम्मू में बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने आधी रात को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना की चौकियों पर बगैर किसी कारण के गोलीबारी शुरू कर दी। मेहता ने कहा था कि हमारे सैनिकों ने उचित रूप से जवाबी कार्रवाई की है।
सुरक्षा बलों ने आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के लिए राज्य में फैली अशांति को जिम्मेदार ठहराया
गौरतलब है कि कश्मीर में आठ जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से तनाव बना हुआ है। इसी के बीच यह हमला हुआ है। राज्य में सड़कों पर हंगामा अब भी जारी है और इसी के बीच आतंकवादी हिंसा ने भी जोर दिखाना शुरू कर दिया है। सुरक्षा बलों ने आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के लिए राज्य में फैली अशांति को जिम्मेदार ठहराया है।
आठ जुलाई को आतंकी हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर घाटी में कायम है, यहां अबतक 70 से ज्यादा हो गई है, जबकि दस हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। कर्फ्यू के कारण राज्य में स्कूल, दुकान, बैंक और कार्यालय लगातार बंद हैं। बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई है। राज्य में इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वहीं केंद्र की मोदी सरकार की ओर से भी कश्मीर में शांति बहाली के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं, इसी दिशा दो दिन पहले में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गया था। लेकिन, अब देखना है कि कश्मीर घाटी में एक बार फिर शांति दिन कब लौटेंगे?