November 16, 2024

धामनोद में उल्टी दस्त का प्रकोप, 300 प्रभावित -एक बालिका की मौत, गांव में भय का माहौल

रतलाम/धामनोद15 जुलाई(इ खबरटुडे)। दूषित  पानी की वजह से धामनोद नगर में उल्टी-दस्त का प्रकोप फैल गया है। करीब  तीन सौ से  लोग इससे प्रभावित हुए हैं। एक तीन वर्षीय बालिका की चिकित्सालय में मौत हो गई, वहीं एक व्यक्ति को गंभीर अवस्था में इन्दौर रैफर किया गया है। उल्टी दस्त के प्रकोप से नगर में दहशत का माहौल है।

बताया जाता है कि गुरूवार से उल्टी दस्त के मरीज सामने आना शुरू हुए जिसका क्रम शुक्रवार सुबह तक बना रहा।
उल्टी दस्त से प्रभावित सोनू पिता बाबूलाल आदिवासी  3 वर्ष को शाम 5 बजे ग भीर अवस्था में रतलाम बाल चिकितशाला लाया गया। जहां उसे चिकित्सो ने मृत घोषित कर दिया। एक अन्य गंभीर प्रभावित गोपाल डाबी उम्र  15 वर्ष को रतलाम से इंदौर रेैफर किया गया। नगर में  खासतौर से तीन मोहल्ले के लोग हैं जहां नगर पंचायत कुएं से सीधे इन क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई करती है। उल्टी-दस्त का प्रभाव नगर पंचायत के तीन वार्डों नौ, दस और 11 के हरिजन बस्ती, आदिवासी बस्ती, नई आबादी में ज्यादा देखने को मिला है। अधिकारियों के अनुसार पूरे गांव में ही ऐसे मरीज आए हैं लेकिन इन क्षेत्रों के ज्यादा मरीज हैं। प्रभावितों में से लगभग तीन दर्जन मरीज रतलाम भेजे जा चुके हैं। करीब 20 तो जिला अस्पताल और बाल चिकित्सालय में भर्ती हुए जबकि एक दर्जन निजी अस्पतालों में भी भर्ती है। 244 मरीजों का धामनोद में ही रजिस्ट्रेशन कर कुछ की छुट्टी कर दी गई जबकि कुछ को सलाइनें चढ़ाई जा रही है। कई मरीज निजी चिकित्सों से भी ईलाज करवा रहे है।
प्रशासन की टीम पहुंची गांव 
धामनोद में उल्टी-दस्त के प्रकोप की सूचना के बाद सीएमएचओ डॉ. वंदना खरे, बीएमओ डॉ. प्रतिभा शर्मा अमले के साथ गांव पहुंची और वस्तुस्थिति का जायजा लिया। नगर पंचायत का अमला भी व्यवस्था में जुटा हुआ है। पानी के नमूने जांच के लिए भेज जा चुके हैं। अभी अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि यह प्रकोप किस वजह से हुआ है। पीएचई विभाग ने नगर के विभिन्न जलस्त्रोतो का से पल लिया ।
तीन मौहल्लो में ज्यादा, प्रभावित पूरा गांव 
सीएओ लक्ष्मीकांत शर्मा ने  बताया कि तीन क्षेत्रों में उल्टी-दस्त का ज्यादा प्रभाव है। यहां नगर पंचायत से पानी सप्लाई होती है जबकि साईं धाम कॉलोनी से भी मरीज आ रहे हैं। यहां नगर पंचायत की पानी की सप्लाई नहीं है। वैसे पूरे गांव से मरीज आ रहे हैं। पानी के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

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