November 23, 2024

रतलाम से पुराना रिश्ता है केन्द्रीय राज्य मंत्री दवे का

कालेज के दिनों में अक्सर रतलाम आते थे श्री दवे

रतलाम,6 जुलाई (इ खबरटुडे/ओम त्रिवेदी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नवगठित मंत्रीमण्डल में पर्यावरण और वन विभाग के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री अनिल माधव दवे का रतलाम से पुराना रिश्ता रहा है। वे अपने कालेज के दिनों में अक्सर रतलाम आया करते थे। श्री दवे रतलाम की गली गली से वाकिफ है।
बडनगर में जन्मे अनिल माधव दवे का ननिहाल रतलाम में है। ननिहाल होने के कारण श्री दवे अपने बाल्यकाल और कालेज के जमाने में अपा ग्रीष्मकालीन अवकाश रतलाम में ही बिताया करते थे। रतलाम की गली गली से वाकिफ श्री दवे प्राय: स्थानीय मित्रों के साथ गंगासागर स्थित पर्यटन स्थल पर पिकनिक मनाने जाते थे। आज उजाड हो चुका गंगासागर 35 वर्षों पूर्व रतलाम का प्रमुख पर्यटन स्थल हुआ करता था। रतलाम में दोस्तों के साथ चौमुखीपुल चौराहे पर चाय की चुस्कियों के साथ श्री दवे हास्य की फुहारे बिखेर देते थे। बचपन से मेधावी,धीर गंभीर एवं पढाई में अव्वल रहने के साथ साथ वे लोकहित की मानसिकता भी रखते थे।
इन्दौर के गुजराती कालेज में पोस्ट ग्रेज्यूएशन की पढाई करते करते वे विद्यार्थियों में लोकप्रिय होकर गुजराती कालेज छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे। इसके पश्चात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से प्रभावित होकर श्री दवे संघ से जुड गए और प्रचारक बन गए। उनकी कार्यक्षमता के कारण उन्हे इन्दौर और भोपाल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
नवनियुक्त केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री दवे ने नर्मदा नदी की व्यापकता हेतु वर्षों समग्र नर्मदा जल अभियान चलाया। उनकी कार्यकुशलता से प्रभावित होकर केन्द्रीय मंत्री सुश्री उमा भारती ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में उन्हे अपना राजनीतिक सलाहकार बनाया था। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में श्री दवे को मुख्य रणनीतिकार के रुप में बागडोर सौंपी गई थी। उनके कुशल प्रबन्धन,प्रचार प्रसार और मतदाताओं के मध्य प्रस्तुत किए गए मुद्दों ने मतदाताओं को इतना प्रभावित किया कि मध्यप्रदेश में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी। इसके बाद तो 2008 और 2013 के म.प्र.के चुनावों में भी श्री दवे को चुनाव का मुख्य रणनीतिकार बनाकर भाजपा ने सफलता हासिल की। इसके बाद श्री दवे ने पीछे पलट कर नहीं देखा। श्री दवे ने हाल ही में उज्जैन में हुए सिंहस्थ के दौरान भाजपा का राष्ट्रीय स्तर का वैचारिक महाकुंभ का महती आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न कराकर अपनी अमिट छाप छोड दी,जिसमें आरएसएस के प्रमुख डॉ.मोहनराव भागवत,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान सहित देश भर के बडे नेता और केन्द्रीय मंत्री शामिल हुए थे।
अनिल माधव दवे की तमाम कार्यकुशलता स्वच्छ बेदाग छबि से प्रभावित होकर उन्हे हाल ही में स्वतंत्र प्रभार वाले केन्द्रीय राज्यमंत्री जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाना रतलाम,इन्दौर,भोपाल क्षेत्रवासियों के लिए गर्व की बात है। ब्राम्हण मतदाताओं के लुभाने के लिए इस शालीन मंत्री से काफी संभावनाएं है। रतलाम में श्री दवे के मामा सुरेश त्रिवेदी और महेश त्रिवेदी आज भी निवास करते है,लेकिन श्री दवे ने रिश्तो से ज्यादा अहमियत जनसेवा और पार्टी को आगे ले जाने को दी है। वन जलवायु और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विभाग का पदभार ग्रहण करने के पश्चात बडे अधिकारियों की बैठक लेकर अहम फैसले एवं निर्देश प्रदान किए है।

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