जनपद सीईओ तक फाइल ही नहीं पहुंची,नियम के विपरीत सडक़ें बनाई गई
मामला मनरेगा के तहत खेत सडक़ योजना में धांधली का
उज्जैन,15अप्रैल (इ खबरटुडे)।उज्जैन जनपद अंतर्गत खेत-सडक़ योजना में बगैर अनुमति के 35 सडक़ें बना ली गई। इसमें करीब 5 करोड़ की धांधली की गई है।नियम विपरीत ये सडक़ें बनाई गई हैं। मनरेगा के तहत 60 फीसदी काम कृषि से जुड़े होने चाहिये।
5 से 6 उपयंत्री इस धांधली की जाँच में जिम्मेदार हो रहे हैं
इस मामले में हुई जाँच में यह सामने आ रहा है कि जनपद सीईओ से बाले-बाले ही फाइलें चल पड़ी नस्ती उनके सामने पेश ही नहीं की गई। खेत-सडक़ योजना में हुई इस धांधली के मामले में कम्प्यूटर ऑपरेटर दैनिक वेतन भोगी है। असिस्टेंट ड्राफ्टमेन की सेवा समाप्त कर दी गई है, करीब 5 से 6 उपयंत्री इस धांधली की जाँच में जिम्मेदार हो रहे हैं। सहायक यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा से संबंधित हैं, उन पर निलंबन और विभागीय जाँच के लिये संभागायुक्त को प्रस्ताव भेजा गया है।
जनपद पंचायत सीईओ की विभागीय जाँच होना तय है। सहायक परियोजना अधिकारी संविदा पर है, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। सहायक लेखा अधिकारी दो जगह का चार्ज लिये हुई थीं। उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। ग्राम पंचायतों की भूमिका भी सामने आ रही है, इसमें मशीनों से काम करवाते हुए दूसरे रूप से इसे दर्शाया गया है। इसे भी जाँचा जा रहा है। इसके बाद कई ग्राम पंचायतों के सचिव भी इस दायरे में आ खड़े होंगे।
जाँच प्रतिवेदन मैंने देखा है, इसमें सामने आ रहा है कि जनपद सीईओ के सामने नस्ती पेश ही नहीं की गई। विभागीय जाँच कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा गया है। संविदा एपीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कम्प्यूटर ऑपरेटर दैनिक वेतन भोगी है।