बगैर अनुमति साधु-संत अब नहीं कर सकेंगे धरना प्रदर्शन
13 अखाड़ों ने एकमत होकर लिया निर्णय, यदि कोई समस्या है तो पहले परिषद को बताओ
उज्जैन,18 मार्च(इ खबरटुडे)।सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कोई भी साधु-संत बिना अखाड़ा परिषद की अनुमति लिए धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे। किसी को भी कोई समस्या है तो वह पहले अखाड़ा परिषद को अवगत कराये, अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी उनकी समस्याओं का निदान करवाएंगे।
यदि कोई भी साधु-संत कोई उपद्रव करते हैं तो उनके खिलाफ पुलिस व प्रशासन स्वयं संज्ञान लेगा।उक्त निर्णय गुरूवार सुबह बडऩगर रोड़ स्थित निरंजनी अखाड़े में बुलाई गई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में सभी 13 अखाड़ों के पदाधिकारियों ने एकमत होकर लिया। बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी महाराज ने की।
अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी महाराज ने मेला क्षेत्र में मौजूद समस्त साधु-संतों से अपील की है कि वे उनकी समस्याओं के निदान के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। संत संयम बरतें और कोई भी किसी भी अधिकारी-कर्मचारी से अभद्रता ना करे।
बैठक में महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरीजी, बड़ा उदासीन अखाड़े के श्रीमहंत श्यामदासजी, श्रीमहंत उमाशंकर भारती, निर्मला अखाड़ा के श्रीमहंत अमनदीपसिंह, आव्हान अखाड़े के श्रीमहंत सत्यगिरी, अग्नि अखाड़ा के श्रीमहंत सुदामानंद लालबाबा, नया उदासीन अखाड़े के त्रिवेणीदासजी महाराज, अग्नि अखाड़ा के गोविंदानंदजी, निर्वाणी अणी के प्रेमदासजी, महानिर्वाणी के दयापुरीजी, आनंद अखाड़ा के जगदीश गिरीजी, नया उदासीन अखाड़ा के भगतरामजी, आनंद अखाड़ा के धनराजगिरीजी, अटल अखाड़ा के प्रेमगिरीजी, निर्मोही अणी के श्रीमहंत राजेन्द्रदासजी उपस्थित थे।
बैठक में अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद मेला अधिकारी अविनाश लवानिया भी बैठक स्थल पर पहुंचे। उन्होंने अखाड़ा परिषद के इस निर्णय का स्वागत करते हुए आश्वस्त किया कि अखाड़ा परिषद के हर निर्णय को हम मान्य करेंगे।