सिंहस्थ कुंभ मेले में छोटे बच्चों को गुम होने से बचाएगा परिचय-पत्र
उज्जैन,18 मार्च(इ खबरटुडे)।कुंभ के मेले में बिछड़े दो भाइयों के कथानक वाली फिल्में खूब बनी और हिट भी रही हैं लेकिन उज्जैन के सिंहस्थ कुंभ महापर्व में बच्चों के बिछड़ जाने की घटनाएँ संभवत: नहीं हो पाएगी। यदि कोई बच्चा अपने परिजनों से बिछुड़ भी गया तो उसके गले में डाले जाने वाले परिचय-पत्र से उसके परिजनों तक आसानी से पहुँचा दिया जाएगा।
मेले में गुमे हुए बच्चों को उनके परिजनों तक पहुँचाने का काम पूर्व विधायक प्रीति भार्गव की अध्यक्षता वाली मातृशक्ति जागरण बाल संरक्षण उप समिति की 500 से अधिक सदस्य महिलाएँ करेंगी। इन सदस्य महिलाओं को उनका कार्य समझाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
महिला समिति की सदस्य उस बच्चे का नाम नोट करके यह परिचय-पत्र उसके गले में डाल देंगी
अनुमान है कि कुंभ मेला अवधि में 5 करोड़ श्रद्धालु आएँगे। इनमें महिला-बच्चों को किसी तरह की असुविधा न हो यह ध्यान उक्त समिति रखेगी। रेलवे और बस स्टेण्ड पर सर्वाधिक दबाव उज्जैन आने, जाने वाले यात्रियों का रहेगा। भीड़ के दबाव में छोटे बच्चे अपने परिजनों से बिछड़ ना जाए इस दृष्टि से उज्जैन स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों के साथ छोटे बच्चों को देखते ही महिला समिति की सदस्य उस बच्चे का नाम नोट करके यह परिचय-पत्र उसके गले में डाल देंगी। परिचय-पत्र में उस बालक का नाम, पता, फोन नम्बर और अभिभावक का नाम लिखा होगा।
ऐसे परिचय-पत्र वाले किसी अबोध बालक का अपने अभिभावक से साथ छूट जाता है तो उस रोते हुए बालक के गले में लटके परिचय-पत्र में लिखी जानकारी खोया-पाया सूचना केन्द्र ही प्रसारित कर अभिभावकों को बच्चे से मिलवाने में समिति की सदस्य सहयोग करेंगी।
टोल फ्री नम्बर 1098 तथा परिवार से बिछड़ी महिलाओं को टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बर 1090, 91
इस सेवा के साथ ही चाइल्ड हेल्प लाइन के टोल फ्री नम्बर 1098 तथा परिवार से बिछड़ी महिलाओं को टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बर 1090, 91 पर सूचना प्रसारित कर परिजनों से मिलाने में सहयोग किया जाएगा। मातृसक्ति जागरण बाल संरक्षण उपसमिति कुंभ मेले में कैंप लगाकर सद्विचारों का प्रचार करने वाले संत-महात्माओं से वे अपने प्रवचन में दहेज न लेने, बेटी बचाने, भ्रूण हत्या न करने आदि मुद्दों को शामिल करने का अनुरोध भी करेंगी। समिति की सभी सदस्य महिलाओं का ड्रेस कोड सफेद कोट और टोपी होगा। इसके साथ ही दो प्रचार रथ भी शहर और मेला क्षेत्र में घूमने वाले प्रचार-रथ के साथ महिला सदस्य चलेंगी।