सिंहस्थ-2016 के अंतर्गत करोड़ों की सड़कों की गुणवत्ता पर उठे सवाल
एम.आर.-2 में ब्लाक उधड़े,
एक पुलिया चौड़ी, दूसरी सकरी
उज्जैन,08मार्च (ई खबर टुडे)।सिंहस्थ-2016 के अंतर्गत किये गये करोड़ों के काम पर सवाल खड़े होने लाजमी हैं। सड़कों पर जो काम जिस गुणवत्ता की डिंगे हांकते हुए किये गये वैसा धरातल सामने दिखाई नहीं दे रहा है।
इंजीनियरिंग कॉलेज रोड भी मुंह फाडऩे लगा है, तो एम.आर.-2 मार्ग पर किये गये काम को लेकर सवाल खड़े होना वाजिब हैं। सिंहस्थ-2016 के अंतर्गत इंजीनियरिंग कॉलेज रोड, इनर रिंग रोड का निर्माण दिलीप बिल्डकॉन से करवाया गया है। इसी तरह एम.आर.-2 मार्ग का निर्माण भी दिलीप बिल्डकॉन से करवाया गया। दोनों ही मार्ग सीमेंट-कांक्रीट से निर्मित करवाते हुए फोरलेन बनाये गये हैं।
इंजीनियरिंग कॉलेज रोड में एक इंच से अधिक की दूरी,
इंजीनियरिंग कॉलेज रोड के काफी बड़े हिस्से में देवास रोड से इंदौर रोड आने वाली लेन पर सड़क के कोने की ओर दो ब्लाक के बीच जोड़ की स्थिति काफी खराब सामने आ रही है। जोड़ की दूरी समय के साथ बढ़ती जा रही है। वर्तमान में करीब एक इंच से अधिक की दूरी कई स्थानों पर बन गई है। बरसात के दिनों में इस गेब से जमकर पानी सड़क के अंदर की ओर भरेगा। जिससे सड़क के क्षतिग्रस्त होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।
देवास रोड से इंदौर रोड जातेसमय असमंजस की स्थिति बनती है
इसी प्रकार एम.आर.-2 मार्ग पर कई स्थानों पर ब्लाक लगाये गये हैं। सड़क के बीच लगाये गये ब्लाक सड़क से कुछ नीची स्थिति में या फिर ऊंची स्थिति में लगाये गये। इससे सड़क का लेबल नहीं बन रहा है। सड़क के दरमियान विद्युत वितरण कंपनी के सब स्टेशन के नजदीक एक पुलिया चौड़ी की गई है। इसकी अपेक्षा कुछ आगे बनी पुलिया पूर्ववत ही है। इसका चौड़ीकरण नहीं किया गया है। इससे भी वाहन चालकों में देवास रोड से इंदौर रोड जातेसमय असमंजस की स्थिति बनती है।