सिंहस्थ-2016 के लिये निर्माण कार्यों में सुंदरता के साथ समस्या भी आई
सिंहस्थ के कार्यों में तकनीकी नजर अंदाजी,
बरसात में कई क्षेत्रों में भरेगा पानी
उज्जैन07मार्च (ई खबर टुडे)।सिंहस्थ-2016 के लिये निर्माण कार्यों की बाढ़ आ गई। निर्माण कार्यों से शहर की सुंदरता बढ़ गई। इसके साथ ही नई समस्याएं भी आ गई हैं।
तकनीकी नजरअंदाजी के चलते सुंदरता के साथ समस्या भी आई है। बरसात में इससे कई क्षेत्रों में पानी भरने की समस्या बनेगी। पानी की निकासी को लेकर तकनीकी रुप से पर्याप्त कार्य नहीं किये गये हैं।
देवास रोड न तो फोरलेन की स्थिति में है और न ही टूलेन की स्थिति में
सिंहस्थ-2016 के तहत देवास रोड का निर्माण किया गया है। शहर का यह मार्ग उन्नयन करते हुए चौड़ीकरण किया गया। न तो यह फोरलेन की स्थिति में है और न ही टूलेन की स्थिति में। इस मार्ग के दोनों ओर फूटपाथ बनाये गये हैं। डीपीआर के अनुसार नाली का निर्माण नहीं हो सका है। इस मार्ग के निर्माण में तकनीकी नजरअंदाजी का खामियाजा ऋषिनगर कॉलोनी के एम.आर.-2 क्षेत्र से सटे आवासीय को चुकाना पड़ेगा।
डिवाइन वेली के दोनों सिरों से देवास रोड से ऋषिनगर के लिये मार्ग अंदर की ओर जा रहे हैं। दोनों ही ओर से पानी की निकासी सीधी ऋषिनगर के अंदर होती है। मार्ग की नालियां भी इसी ओर पानी का बहाव रखती हैं। इससे पानी का पूरा बहाव कॉलोनी के पिछले छोर मकानों की ओर रहता है। पिछली बरसात में भी इसी क्षेत्र में पानी भर गया था। ऋषिनगर से सटे नाले की दीवार भी ध्वस्त हो चुकी है इससे भी पानी का फैलाव कॉलोनी के पिछले हिस्से में होगा। रहवासियों को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
अधिकांश सडक़ों के निर्माण में कमियां छोड़ी गई
आगर रोड पर बने दोनों ओर के नालों में लगाये गये पाइप सडक़ से ऊंचे लगाये गये हैं। इससे पानी की निकासी सीधे तौर पर न होते हुए पौन इंच पानी भरने के बाद ही निकासी की स्थिति बनेगी। कुछ स्थानों पर निचले सिरे से भी लगे हैं। अधिकांश सडक़ों के निर्माण में इस तरह की कमियां छोड़ी गई हैं, जिससे एक दम पानी की निकासी पास की नालियों की ओर न होते हुए जलजमाव के हालात बनते रहेंगे। सीमेंट-कांक्रीट की सडक़ तो ठीक है डामरीकृत सडक़ों पर जलजमाव से सीधे नुकसान की स्थिति बनेगी। सडक़ें उधडऩे का खतरा ऐसे में रहेगा।