किसी भी कीमत पर बंद न हो नवीन कृषि उपज मण्डी – प्रभारी मंत्री
रतलाम/जावरा 10 फरवरी,(इ खबरटुडे)।।रतलाम जिले के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री पारसचंद्र जैन ने मोबाईल पर कृषकों को सम्बोधित करते हुए सभी व्यापारियों, कृषकों, तुलावटियों, हम्मालों और श्रमिकों से अपील की कि जावरा में नव निर्मित मण्डी को बेहतर तरीके से संचालित करें और किसी किमत पर बंद न होने दे।
उल्लेखनीय हैं कि प्रभारी मंत्री वर्तमान में मुम्बई के नानावटी अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। उन्होने मुम्बई से ही दूरभाष पर कृषकों को मण्डी के शुभारम्भ अवसर पर शुभकामनाएॅ और बधाई दी।
मण्डी आगे बढ़े, फले, फूले – पूर्व सांसद डॉ. पाण्डेय
जावरा की मण्डी को आगे बढ़ाने में सभी का सहयोग आपेक्षित- सांसद डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय
जावरा, मंदसौर संसदीय क्षेत्र के पूर्व वरिष्ठ सांसद डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय ने कृषकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जावरा की मण्डी को आगे बढ़ाने में सभी का सहयोग आपेक्षित है। उन्होने आपेक्षा जताई कि जावरा कृषि उपज मण्डी उत्कृष्ठ मण्डी के रूप में विकसित होगी।उन्होने इसके फलने, फुलने की कामना के साथ सभी को बधाई दी।
खुली ऑखों से देखे सपने हमेशा सच होते है-विधायक डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय
जावरा विधायक डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय ने पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि खुली ऑखों से देखे सपने हमेशा सच होते है। इसी क्रम में आज वर्षो से देखा गया सपना साकार होने जैसा है। जिसके लिये पूर्व कृषि मंत्री श्री रामकृष्ण कुसुमारिया के समय से प्रयास किये जाते रहे है। विधायक जावरा ने अरनीयापीथा नवीन मण्डी की शेष बाउण्ड्रीवाल, आरसीसी कवर्ड आक्सन प्लेट फार्म मण्डी प्रांगण जावरा में सीमेंट कांक्रीट, डामरीकरण के नवीनीकरण, खिड़की दरवाजे से मण्डी प्रांगण तक एप्रोज रोड़ और मण्डी प्रागंण जावरा से आरसीसी सरफेस राष्ट्रीय डे्रनेज सिस्टम निर्माण के लिये स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।
समारोह को उज्जैन, आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद चिंतामणी मालवीय एवं आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर कृषि उपज मण्डी समिति के अध्यक्ष श्रीमती पार्वती राधेश्याम पाटीदार, उपाध्यक्ष हंसराजसिंह राठौर, संचालक मण्डल के सदस्यगण, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष अशोक चौटाला, पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मेहरा, बजरंग पुरोहित, जनप्रतिनिधिगण, कृषक बंधु, हम्माल, तुलावटी आदि उपस्थित थे।