गौशाला प्रबंधकों के विरूध्द होगी कार्यवाही
रतलाम 17 दिसम्बर (इ खबरटुडे)।शहर को घुम रहे आवारा मवेशियों से मुक्त कराने के लिये कलेक्टर ने एसडीएम शहर, नगर निगम आयुक्त एवं उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाओं की एक समिति गठित कर दी है। उक्त समिति के द्वारा शहर से पकड़े गये मवेशियों को गौशालाओं में भेजे जाने के लिये कार्यवाही की जायेगी। मवेशियों को पकड़ने का कार्य नगर निगम आयुक्त के निर्देशन में होगा।
गौशालाओं के चिन्हाकंन संबंधित कार्य उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा के निर्देशन में होगा। मवेशियों को पकड़ने,गौशालाओं में शिफ्ट कराने एवं अन्य अवरूदों को दुर करने की जिम्मेदारी रतलाम शहर एसडीएम की रहेगी। कलेक्टर ने स्पष्ट किया हैं कि यदि गौशाला प्रबंधकों के द्वारा मवेशियों को लेने से मना किया जाता हैं तो ऐसी गौशालाओं के अनुदान को रोके जाने संबंधी एवं उनकी मान्यता रद्द करने संबंधी कार्यवाही भी की जायेगी।
खाली प्लाट पर गंदगी क्यों हैं, नोटिस भेजे
कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को खाली प्लाटो के भू-स्वामियों को नोटिस भेजने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि भू-स्वामियों के द्वारा खाली पड़े हुए प्लाटों पर होने वाले जलभराव व कुड़े करकट के कारण आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। उन्होने कहा हैं कि खाली प्लाटो पर भी स्वच्छता बनाये रखने हेतु उपयुक्त रख-रखाव एवं
व्यवस्था करना भू-स्वामियों की जिम्मेदारी है।
लक्ष्य पुरा नहीं करने वाले प्रेरक हटाये जायेगे
कलेक्टर ने प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया हैं कि निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिये नियुक्त किये गये प्रेरकों के
द्वारा यदि लक्ष्य पूरे नहीं किये जाते हैं तो उन्हें हटा दिया जाये। प्रभारी जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी आर.एल.कारपेंटर ने बताया कि जिले में 571 प्रेरक है। गत अगस्त माह में आयोजित परीक्षा में आठ हजार परीक्षार्थी ही सम्मिलित हो सके जबकि लक्ष्य तेरह हजार का था।
प्रत्येक प्रेरक को हर छ: माह में आयोजित होने वाली परीक्षा में न्यूनतम 40 लोगों को पढ़ा कर परीक्षा में सम्मिलित कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर ने निर्देशित किया हैं कि आगामी मार्च 2016 में आयोजित होने वाली परीक्षा में जिस भी प्रेरक के द्वारा चालीस लोगों से कम परीक्षार्थी सम्मिलित कराये जायेगे उन सभी को हटा दिया जायेगा।