वैचारिक महाकुंभ समय पर लिया गया उचित निर्णय
मुख्यमंत्री श्री चौहान से भूटान के विदेश मंत्री श्री दोर्जी की चर्चा
भोपाल 24 अक्टूबर(इ खबरटुडे) । भूटान के विदेश मंत्री लेम्पो दोम्चो दोर्जी ने सिंहस्थ-2016 से पहले विश्व के विभिन्न धर्माचार्यों के बीच मानवता कल्याण के विषय में किये जा रहे विभिन्न धर्मों के वैचारिक महाकुंभ को समय पर लिया गया महत्वपूर्ण और उचित निर्णय कहा है। श्री दोर्जी आज इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मध्यप्रदेश और भूटान के द्विपक्षीय रिश्तों पर चर्चा कर रहे थे।
श्री दोर्जी ने भारत और भूटान के मजबूत रिश्तों की भी चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी की भूटान यात्रा का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने सबसे पहले भूटान की यात्रा की। यह भारत और भूटान के रिश्तों की प्रगाढ़ता का उदाहरण है। उनकी यात्रा से भारत-भूटान मैत्री की प्रगाढ़ता में और वृद्धि होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत वैश्विक नेता की भूमिका अर्जित करेगा। उन्होंने कहा कि भूटान के प्रधानमंत्री ने भी भविष्य में मध्यप्रदेश आने की मंशा प्रकट की है। श्री दोर्जी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान की जन-हितैषी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि तीसरी बार लगातार मुख्यमंत्री बनना लोकप्रियता और जन-कल्याणकारी कार्यों का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा हम भारत जैसा ही भूटान से प्यार करते हैं। भूटान ने विश्व को ग्रास हैप्पीनेस का सिद्धांत दिया है। केवल सकल घरेलू उत्पादन से ही प्रसन्नता संभव नहीं है। भारत सदियों से उच्च मानदण्डों के जीवन के साथ भौतिक और आध्यात्मिक दोनों पक्षों का प्रगति दर्शन मानता आया है। केवल कुछ भौतिक सुख प्राप्त करना ही जीवन का लक्ष्य नहीं हो सकता। सम्पूर्ण जगत के कल्याण के लिये आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी विचार जरूरी है। उन्होंने कहा कि मानवता के कल्याण के विविध विषयों पर चिंतन मनन करने के लिये सिंहस्थ-2016 से पहले विश्व के विभिन्न धर्माचार्यों का यह सम्मेलन किया गया है।
श्री चौहान ने बताया कि साँची में स्थापित बुद्धिष्ट विश्वविद्यालय में शैक्षणिक केन्द्र स्थापित करने के लिये इच्छुक राष्ट्रों को स्थान उपलब्ध करवाया जायेगा। श्री चौहान ने भूटान को भी इस विश्वविद्यालय में केन्द्र स्थापित करने के लिय आमंत्रित किया।