स्मार्ट विलेज बनाने के लिये चयनित गांवों में काम तेजी से जारी
उज्जैन 21 अक्टूबर(इ खबरटुडे) । उज्जैन मुख्यालय के आसपास के 101 गांवों में स्मार्ट विलेज अवधारणा पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। आगामी सिंहस्थ के दौरान आने वाले मेहमानों के समक्ष ये गांव अपनी एक विशिष्ट छवि प्रस्तुत करेंगे। कलेक्टर कवीन्द्र कियावत गत एक अक्टूबर से इन गांवों मे नियमित पहुंचकर कार्यो का जायजा ले रहे हैं। कलेक्टर गांव वालों की बैठकें लेकर उन्हें स्मार्ट विलेज की अवधारणा समझा रहे हैं कि आगामी सिंहस्थ में किस प्रकार अपनी बेहतर छवि पेश कर सकें। सिंहस्थ में ये स्मार्ट विलेज प्रदेश के अन्य गांवों और ग्राम पंचायतों के लिये एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत किये जायेंगे और सिंहस्थ में आने वाले अतिथियों के लिये मध्य प्रदेश के ब्राण्ड एम्बेसेडर के रूप में सामने आयेंगे।
दीवाली तक गुलाबी रंग में रंगे नजर आयेंगे ये गांव
आने वाली दिवाली से पूर्व इन गांवो में हासिल करने के लिए कुछ लक्ष्य तय किये गये हैं, उनमे यह शामिल है कि इन गांवो के सभी मकानों व दुकानों की बाहरी दीवारों पर गुलाबी कलर कर दिया जाये। गांवो के एक चौथाई मकानों पर गुलाबी कलर कर दिया गया है। दिवाली तक शत-प्रतिशत कार्य कर दिया जायेगा । गांवों मे पंच परमेश्वर मद से एक एक सफाई कर्मचारी और हर घर के लिए कचरा पेटी की व्यवस्था की जा रही है । कचरा गांव के बाहर डिस्पोजल करने के लिए भेजा जायेगा । इसके लिए सफाई कर्मचारी को सायकल रिक्शा भी उपलब्ध करायेंगे। दिवाली के पहले गांवो को खुले में शौच से पूर्णत: मुक्त कर दिया जायेगा । सभी अतिक्रमण हटाये जाकर सुंदर स्वच्छ परिवेश निर्मित किया जा रहा है । गांवों में सुन्दर साइन बोर्ड, माइलस्टोन, संकेतक लगाये जायेंगे।
स्मार्ट विलेज के लिये चिन्हित सभी गांव उन सड़को के किनारे बसे हुए है जिन रास्तों से होकर सिंहस्थ यात्री उज्जैन आयेंगे । इनमें पंचक्रोशी मार्ग पर स्थित गांवों के अलावा इन्दौर, देवास, मक्सी, आगर, बड़नगर तथा उन्हेल रोड पर बसे हुए गांव भी स्मार्ट विलेजेस बनाने के लिये चिन्हित किये गये हैं। इन गांवो को अधोसंरचनात्मक रूप से समृघ्द किया जायेगा । साथ ही ग्रामिणों के सु दर व्यवहार अतिथी सत्कार और बुनियादी सुविधाओं से लेस होकर ये गांव एक बैहतर छबि पेश् करेंगे । कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने अपने भ्रमण में इन गांवो के बाशिंदो को सिंहस्थ के दृष्टिगत कई बाते बता रहे है ।
स्मार्ट विलेज बनाये जाने वाले इन गांवो मे व्यवस्थित एवं सुदर स्कूल भवन आंगनवाड़ी भवन पचायत एवं सामुदायिक भवन यात्री प्रतीक्षालय उप स्वास्थ्य केन्द्र, खेल मैदान, गोडाऊन, पेयजल टंकी, नल जल योजना, गावों की आंतरिक सड़को पर सीमेंट कांक्रीट, कार्य उचित मुल्य की दुकान, हाट बाजार तथा वृक्षारोपण जैसे कार्य शत-प्रतिशत सम्पादित किये जाना है। गांवो में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन के इंतजाम होंगे। इन गांवों में शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओं का भी ठोस क्रियान्वयन किया जाकर सभी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जायेगा।